प्रसिद्ध कोंकणी लेखक महाबलेश्वर सेल को उनके उपन्यास ‘होथन’ के लिए सरस्वती सम्मान 2016 से सम्मानित किया गया. 2009 में प्रकाशित ‘होथान’ उपन्यास, गोवा में पारंपरिक कुम्हार समुदाय के सांस्कृतिक जीवन को कैप्चर करता है.
1993 में उनकी छोटी लघु कथा संग्रह ‘तारांग’ के लिए उन्हें कोंकणी भाषा में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस पुरस्कार में 15 लाख रुपये का नकद पुरस्कार, एक प्रशस्ति पत्र और देवी सरस्वती की मूर्ति दी जाती है.
उपरोक्त समाचार से महत्वपूर्ण तथ्य-
- महाबलेश्वर सेल गोवा में स्थित एक द्विभाषी लेखक हैं.
- हरिवंश राय बच्चन को पहली बार यह पुरस्कार दिया गया था.
स्त्रोत- द टाइम्स ऑफ़ इंडिया