केजरीवाल ने विदेश में दलित छात्रों के लिए डॉ. अंबेडकर छात्रवृत्ति शुरू की

अरविंद केजरीवाल, आम आदमी पार्टी (AAP) के सुप्रीमो, ने डॉ. अंबेडकर सम्मान स्कॉलरशिप की शुरुआत की, जो दिल्ली के दलित छात्रों को शीर्ष विदेशी विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। यह घोषणा दिल्ली विधानसभा चुनावों के मद्देनजर की गई है और इसका उद्देश्य बाबासाहेब अंबेडकर को सम्मानित करना है, साथ ही यह भाजपा द्वारा अंबेडकर के प्रति कथित अनादर का मजबूत विरोध भी है। दिल्ली सरकार उन दलित छात्रों के लिए शिक्षा, यात्रा और आवास से संबंधित सभी खर्चे वहन करेगी जो प्रमुख वैश्विक संस्थानों में प्रवेश पाते हैं।

योजना के मुख्य विवरण

  • योग्यता: दिल्ली के दलित छात्र, जिन्होंने विदेशों में शीर्ष विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्राप्त किया है, इस योजना के पात्र होंगे। यह योजना सरकारी कर्मचारियों के बच्चों पर भी लागू होगी।
  • कवरेज: सरकार छात्रों की ट्यूशन फीस, यात्रा और आवास की पूरी लागत वहन करेगी।
  • राजनीतिक संदर्भ: यह योजना भाजपा के अंबेडकर पर बयानबाजी के प्रत्यक्ष उत्तर के रूप में प्रस्तुत की गई है, खासकर गृह मंत्री अमित शाह के संसद में दिए गए विवादास्पद बयान के बाद।

भा.ज.पा. की प्रतिक्रिया: “पुनः ब्रांडेड” योजना के आरोप

  • पूर्व योजना: भाजपा नेताओं ने इस घोषणा की आलोचना की, यह दावा करते हुए कि 2019 में एक समान पहल शुरू की गई थी, लेकिन उस योजना का सीमित असर पड़ा था, जिसमें केवल पांच छात्रों को वित्तीय सहायता प्राप्त हुई थी, जबकि कार्यक्रम का प्रचार व्यापक रूप से किया गया था।
  • भा.ज.पा. के आरोप: विपक्षी पार्टी का कहना है कि केजरीवाल द्वारा योजना का पुनः ऐलान चुनावी लाभ हासिल करने का प्रयास है।

AAP का बचाव और वादे

  • अतिशी का बयान: दिल्ली की मुख्यमंत्री अतिशी ने यह जोर देकर कहा कि केजरीवाल ने हमेशा दिल्ली के बजट का 25% शिक्षा पर खर्च किया है, जो सरकार की यह प्रतिबद्धता दर्शाता है कि वे अंतरराष्ट्रीय शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रतिभाशाली दलित छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए तत्पर हैं।
  • भविष्य की योजनाएँ: केजरीवाल ने यह भी कहा कि यह स्कॉलरशिप अंबेडकर के उस दृष्टिकोण के अनुरूप है जिसमें शिक्षा को सशक्तिकरण का मार्ग बताया गया है।
Why in News Key Points
डॉ. अंबेडकर सम्मान स्कॉलरशिप की घोषणा AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के दलित छात्रों के लिए डॉ. अंबेडकर सम्मान स्कॉलरशिप की घोषणा की, जिससे वे विदेशों के शीर्ष विश्वविद्यालयों में पढ़ाई कर सकें।
योजना का उद्देश्य योजना के तहत दलित छात्रों के विदेश विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए ट्यूशन फीस, यात्रा और आवास का खर्च कवर किया जाएगा।
राजनीतिक संदर्भ भाजपा के अंबेडकर के प्रति कथित अनादर, विशेष रूप से गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणियों का प्रत्यक्ष जवाब के रूप में योजना की शुरुआत की गई।
योग्यता यह योजना दिल्ली के दलित छात्रों के लिए है जो शीर्ष वैश्विक विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्राप्त करते हैं। सरकारी कर्मचारियों के बच्चे भी पात्र हैं।
राज्य दिल्ली – मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल।
संबंधित योजना यह योजना 2019 की एक समान योजना को पुनः प्रस्तुत करती है, जिसे भाजपा ने कार्यान्वयन में कमी के कारण आलोचित किया था।
भा.ज.पा. की प्रतिक्रिया भाजपा का दावा है कि यह योजना 2019 की योजना का पुनः ब्रांडिंग है, जिसमें प्रचार के बावजूद केवल पांच छात्रों को लाभ मिला था।
हालिया आलोचना भाजपा के अमित मालवीया और हरिश खुराना ने इस योजना की आलोचना की, यह कहते हुए कि योजना दलित छात्रों को वित्तीय सहायता देने के वादों को पूरा नहीं कर पाई।
योजना की समयसीमा यह योजना दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले घोषित की गई, जो अगले साल की शुरुआत में होने वाले हैं।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

MEITY और MEA ने DigiLocker के जरिए पेपरलेस पासपोर्ट वेरिफिकेशन शुरू किया

भारत में डिजिटल इंडिया को बड़ा प्रोत्साहन देते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY)…

5 hours ago

S-500 मिसाइल सिस्टम: फीचर्स, रेंज, स्पीड, तुलना और भारत की दिलचस्पी

रूस की S-500 मिसाइल प्रणाली, जिसे आधिकारिक रूप से 55R6M “ट्रायंफेटर-M” या प्रोमेतेय कहा जाता…

6 hours ago

RBI मौद्रिक नीति दिसंबर 2025: दरों में कटौती और भारतीय अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव

भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 45ZL के तहत भारत की मौद्रिक नीति समिति…

6 hours ago

Pakistan में आसिम मुनीर बने पहले चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेस

पाकिस्तान की सैन्य कमान में एक ऐतिहासिक बदलाव करते हुए फील्ड मार्शल आसिम मुनीर को…

7 hours ago

ऑस्ट्रेलिया की विक्टोरिया यूनिवर्सिटी 2026 तक गुरुग्राम में अपना पहला भारतीय कैंपस खोलेगी

भारत में उच्च शिक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, ऑस्ट्रेलिया की…

7 hours ago

जानें कैसे 29 साल की लड़की बनी दुनिया की सबसे युवा सेल्फ-मेड महिला अरबपति

सिर्फ 29 साल की उम्र में लुवाना लोप्स लारा (Luana Lopes Lara) ने दुनिया की…

8 hours ago