राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति विक्रम नाथ को नेशनल लीगल सर्विसेज अथॉरिटी (NALSA) के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नामित किया है। यह नियुक्ति उस परंपरा के अनुसार की गई है, जिसके तहत यह जिम्मेदारी भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) के बाद वरिष्ठतम न्यायाधीश को दी जाती है। विधि एवं न्याय मंत्रालय ने 19 नवंबर 2025 की अधिसूचना के माध्यम से इस नामांकन की पुष्टि की, जो लीगल सर्विसेज अथॉरिटीज़ एक्ट के तहत जारी की गई है।
2021 से सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश
गुजरात हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश
इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश
अपने नए पद में न्यायमूर्ति नाथ देश भर में NALSA की कानूनी सहायता पहलों का नेतृत्व करेंगे। उनका उद्देश्य गरीब, वंचित और कमजोर वर्गों तक नि:शुल्क कानूनी सहायता की पहुँच को और मजबूत करना होगा।
इसी क्रम में भारत के मुख्य न्यायाधीश सूर्य कांत ने सुप्रीम कोर्ट लीगल सर्विसेज कमेटी (SCLSC) के अध्यक्ष के रूप में न्यायमूर्ति जितेंद्र कुमार महेश्वरी को नामित किया है। NALSA की ओर से 20 नवंबर 2025 को इस संबंध में राजपत्र अधिसूचना जारी की गई।
2021 से सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश
आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश
मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश
SCLSC सुप्रीम कोर्ट में न्याय की तलाश करने वाले वंचित और कमजोर वर्गों को कानूनी सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अध्यक्ष के रूप में न्यायमूर्ति महेश्वरी समिति की नीतियों, कार्यक्रमों और कानूनी सहायता पहलों के संचालन का मार्गदर्शन करेंगे।
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