24 जनवरी 2025 को भारत सरकार ने जितेंद्र पाल सिंह को इज़राइल में भारत का अगला राजदूत नियुक्त करने की घोषणा की। 2002 बैच के भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी सिंह वर्तमान में विदेश मंत्री के कार्यालय में सेवा दे रहे हैं और 2020 से विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान-अफगानिस्तान-ईरान प्रभाग का नेतृत्व कर चुके हैं।
पेशेवर पृष्ठभूमि
अपने राजनयिक करियर के दौरान, सिंह ने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है, जिनमें शामिल हैं:
- पाकिस्तान में उप उच्चायुक्त (2014-2019): इस दौरान उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक संबंधों को संभालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- काबुल में पोस्टिंग (2008-2012): सिंह ने अफगानिस्तान में सेवा दी, जब भारतीय दूतावास पर दो बड़े आतंकी हमले हुए। इस दौरान उन्हें संकट प्रबंधन का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त हुआ।
हाल के वर्षों में, सिंह पाकिस्तान के साथ ट्रैक 1.5 वार्ताओं में सक्रिय रहे हैं और अशरफ गनी सरकार के पतन के बाद अफगान तालिबान शासन के साथ बातचीत में मंत्रालय के मुख्य संपर्क अधिकारी के रूप में कार्यरत थे। उनकी बैठकों ने आगे उच्च-स्तरीय वार्ताओं का मार्ग प्रशस्त किया, जिनमें इस महीने दुबई में विदेश सचिव विक्रम मिश्री और तालिबान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी के बीच बैठक शामिल है।
नियुक्ति का संदर्भ
सिंह की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण समय पर हुई है, जब हाल ही में इज़राइल और हमास ने युद्धविराम समझौता किया है, जिससे 7 अक्टूबर 2023 के आतंकी हमलों से शुरू हुए 15 महीने लंबे संघर्ष का अंत हुआ। अस्थिर क्षेत्रों में संवेदनशील कूटनीतिक जिम्मेदारियों को संभालने के उनके व्यापक अनुभव ने उन्हें इज़राइल के साथ भारत के रणनीतिक और तकनीकी संबंधों को मजबूत करने के लिए उपयुक्त बनाया है। इज़राइल में 32,000 से अधिक भारतीय नागरिक रहते हैं, जो इस राजनयिक पद के महत्व को और बढ़ाता है।
पूर्ववर्ती की भूमिका
सिंह संजीव कुमार सिंगला का स्थान लेंगे, जिन्होंने 2019 से अक्टूबर 2024 तक इज़राइल में भारत के राजदूत के रूप में सेवा दी।
सिंगला का कार्यकाल उच्च-स्तरीय यात्राओं और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने जैसे महत्वपूर्ण कूटनीतिक प्रयासों से भरा रहा।
भारत-इज़राइल कूटनीतिक संबंध: एक ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
भारत ने 1950 में इज़राइल को आधिकारिक तौर पर मान्यता दी, लेकिन 29 जनवरी 1992 को पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित हुए। तब से, दोनों देशों ने रक्षा, कृषि और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में मजबूत संबंध विकसित किए। 2017 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इज़राइल का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने, जो द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था।
मुख्य बिंदु | विवरण |
समाचार में क्यों? | 24 जनवरी 2025 को जितेंद्र पाल सिंह को इज़राइल में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया। |
वर्तमान भूमिका | विदेश मंत्री के कार्यालय में अधिकारी; पाकिस्तान-अफगानिस्तान-ईरान डेस्क के प्रमुख। |
राजनयिक अनुभव | – पाकिस्तान में उप उच्चायुक्त (2014–2019)। |