केंद्र सरकार ने जयंती प्रसाद को पांच साल के लिए भारतीय दिवाला और शोधन अक्षमता बोर्ड (आईबीबीआई) का पूर्णकालिक सदस्य नियुक्त किया है। कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (एमसीए) द्वारा जारी एक कार्यकारी आदेश के अनुसार, पांच साल की इस अवधि की गणना पदभार ग्रहण करने की तारीख 5 जुलाई, 2022 से या 65 वर्ष की आयु तक, जो भी पहले हो, से की जाएगी।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
प्रसाद 1986 बैच के भारतीय लेखा परीक्षा एवं लेखा सेवा अधिकारी हैं। वह उप नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (मानव संसाधन और अंतर्राष्ट्रीय संबंध) के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे। 5 जुलाई को आईबीबीआई में शामिल होने से पहले, उन्होंने भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक और संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय में महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए, सिविल सेवाओं, और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कार्यों में 35 वर्षों का अनुभव पूरा किया था।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य:
आईबीबीआई की स्थापना: 1 अक्टूबर 2016
आईबीबीआई मुख्यालय: नई दिल्ली
आईबीबीआई मूल विभाग: कॉर्पोरेट मामलों का मंत्रालय
आईबीबीआई अध्यक्ष: रवि मित्तल
भारत अपने परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में विदेशी कंपनियों को 49% तक हिस्सेदारी लेने की अनुमति…
पायल कपाड़िया, मुंबई की एक फिल्म निर्माता, को फ्रांसीसी सरकार द्वारा प्रतिष्ठित 'ऑफिसियर डां ल'ऑर्ड्रे…
कैलाश मानसरोवर यात्रा (केएमवाई) एक महत्वपूर्ण वार्षिक तीर्थयात्रा है, जो भारत और चीन के बीच…
भारत और फ्रांस 28 अप्रैल 2025 को 26 राफेल-नेवल (राफेल-एम) लड़ाकू विमानों की खरीद के…
वैश्वीकरण के इस दौर में, जहाँ व्यापार के माध्यम से देशों को एक-दूसरे के करीब…
भारत ने हाइपरसोनिक हथियारों के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।…