भारत के अंतर्देशीय जल परिवहन (आईडब्ल्यूटी) पारिस्थितिकी तंत्र को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में, भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) ने वैश्विक रसद प्रमुख कंपनी रेनस लॉजिस्टिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस सहयोग से प्रमुख राष्ट्रीय जलमार्गों पर मालवाहक जहाजों और पुशर टगों का बेड़ा शुरू होगा, जिससे माल ढुलाई के लिए भारत के विशाल नदी नेटवर्क की पूरी क्षमता का दोहन हो सकेगा।
समाचार में क्यों?
यह समझौता ज्ञापन 6 मई 2025 को नई दिल्ली में हस्ताक्षरित हुआ और यह भारत के अंतर्देशीय जलमार्ग क्षेत्र में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इसका उद्देश्य NW-1 (गंगा), NW-2 (ब्रह्मपुत्र), NW-16 और भारत-बांग्लादेश प्रोटोकॉल (IBP) मार्ग जैसे प्रमुख जलमार्गों पर माल परिवहन को तेज करना है। यह भारत की जल मार्ग विकास परियोजना (Jal Marg Vikas Project) और मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स को बढ़ावा देने के व्यापक लक्ष्यों के अनुरूप है।
MoU के प्रमुख विवरण
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संबंधित पक्ष:
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भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI)
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रेनस लॉजिस्टिक्स इंडिया प्रा. लि.
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उपस्थित प्रमुख व्यक्ति:
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श्री सर्बानंद सोनोवाल, केंद्रीय मंत्री, पोत परिवहन मंत्रालय (MoPSW)
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श्री टी.के. रामचंद्रन, सचिव, MoPSW
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श्री विजय कुमार, अध्यक्ष, IWAI
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उद्देश्य:
राष्ट्रीय जलमार्गों पर कार्गो बार्ज और पुशर टग्स की तैनाती और संचालन करना।
प्रचालन योजना
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चरण 1 (Q3 2025):
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20 बार्ज और 6 पुशर टग्स की तैनाती
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प्रमुख जलमार्ग:
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NW-1 (गंगा)
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NW-2 (ब्रह्मपुत्र)
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NW-16
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भारत-बांग्लादेश प्रोटोकॉल (IBP) मार्ग
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आगामी चरण:
अन्य राष्ट्रीय जलमार्गों तक विस्तार -
परिवहन किया जाने वाला माल:
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बल्क और ब्रेक-बल्क कार्गो
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उत्तर, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत व पड़ोसी देशों में परिवहन
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रणनीतिक महत्व
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अंतर्देशीय जल परिवहन (IWT) में निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ावा
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लॉजिस्टिक्स लागत में कमी और पर्यावरणीय स्थिरता में सुधार
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विश्व बैंक सहायता से बनी जल मार्ग विकास परियोजना के बुनियादी ढांचे का प्रभावी उपयोग
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जलवाहक कार्गो प्रोत्साहन योजना (दिसंबर 2024 में शुरू) के साथ तालमेल – जलमार्गों पर कार्गो परिवहन के लिए 35% तक प्रोत्साहन
पृष्ठभूमि – जल मार्ग विकास परियोजना
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वित्त पोषण: विश्व बैंक द्वारा
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लक्ष्य: हल्दिया से वाराणसी तक राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (NW-1) का विकास
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अंतर्गत कार्य:
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ड्रेजिंग (गहराईकरण)
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टर्मिनल निर्माण
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नेविगेशनल उपकरण
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जहाज संचालन सुविधाएँ
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वर्तमान अंतर्देशीय जलमार्ग की स्थिति
मापदंड | विवरण |
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संचालित जलमार्गों की संख्या | 24 से बढ़कर 29 हो गई है |
नदी क्रूज़ सक्रिय जलमार्ग | 13 राष्ट्रीय जलमार्गों पर |
कुल कार्गो ट्रैफिक | रिकॉर्ड 145.84 मिलियन टन |