भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो ने सिंगापुर के दो उपग्रहों को आज सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में भेजा। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से ध्रुवीय प्रक्षेपण यान-पी एस एल वी सी -55 के जरिये सिंगापुर के दो उपग्रह टेलईओस-2 और न्यूमिलाइट-4 को 586 किलोमीटर की वलयाकार कक्षा में भेजा गया। यह प्रक्षेपण इसरो की वाणिज्यिक शाखा न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड के जरिये किया गया।
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यह रॉकेट समर्पित वाणिज्यिक मिशन के तहत न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) के माध्यम से प्राथमिक उपग्रह के रूप में ‘टेलीओएस-2’ और सह-यात्री उपग्रह के रूप में ‘ल्यूमलाइट-4. को लेकर रवाना हुआ और दोनों उपग्रहों को पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थपित कर दिया। मिशन के तहत चेन्नई से लगभग 135 किलोमीटर दूर स्थित अंतरिक्ष केंद्र से 44.4 मीटर लंबा रॉकेट दोनों उपग्रहों को लेकर प्रथम लॉन्च पैड से रवाना हुआ और बाद में इसने दोनों उपग्रहों को इच्छित कक्षा में स्थापित कर दिया।
मुख्य बिंदु
● सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र ने प्रक्षेपण की मेजबानी की।
● लॉन्च ने 57वीं पीएसएलवी उड़ान और 16वें मिशन का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें पीएसएलवी कोर अलोन कॉन्फिगरेशन का उपयोग किया गया, जो लॉन्च व्हीकल का सबसे हल्का डिजाइन है, क्योंकि इसमें केवल चार कोर चरण हैं और इसरो के अनुसार अतिरिक्त जोर देने के लिए कोई स्ट्रैप-ऑन बूस्टर नहीं है।
● TeLEOS-2 को PSLV-C55 द्वारा पृथ्वी से 586 किलोमीटर ऊपर एक कक्षा में स्थापित किया गया, जिसे लॉन्च करने में लगभग 20 मिनट लगे।
● उसके बाद 16 किलोग्राम ल्यूमलाइट-4 को कक्षा में भी भेजा गया। सिंगापुर की रक्षा विज्ञान और प्रौद्योगिकी एजेंसी और सिंगापुर की प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग कंपनी ST इंजीनियरिंग ने TeLEOS-2 उपग्रह के विकास में सहयोग किया।
● इसका उपयोग सिंगापुर में कई एजेंसियों की उपग्रह इमेजरी की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा, जब यह एक बार तैनात और चालू हो जाएगा।
● सिंथेटिक एपर्चर रडार (SAR) TeLEOS-2 द्वारा वहन किया जाने वाला पेलोड है। यह दिन और रात सभी मौसम की स्थिति में कवरेज प्रदान करेगा।
उपग्रह का उद्देश्य
इसरो ने कहा कि इस उपग्रह का उद्देश्य सिंगापुर की ‘ई-नेविगेशन’ समुद्री सुरक्षा को बढ़ाना और वैश्विक नौवहन समुदाय को लाभ पहुंचाना है। मिशन पीएसएलवी की 57वीं उड़ान और पीएसएलवी कोर अलोन कॉन्फिगरेशन के उपयोग वाला 16वां मिशन है। दिसंबर 2015 में, इसरो ने सिंगापुर के पांच अन्य उपग्रहों के साथ पीएसएलवी-सी29 मिशन में टेलीओएस-1 उपग्रह को सफलतापूर्वक 550 किलोमीटर की वृत्ताकार कक्षा में स्थापित किया था।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य:
● इसरो अध्यक्ष: एस. सोमनाथ
● इसरो स्थापना वर्ष: 15 अगस्त 1969
● इसरो की स्थापना: विक्रम साराभाई ने की