इसरो ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के साथ संयुक्त पृथ्वी अवलोकन उपग्रह मिशन के लिए अत्यंत उच्च-रिज़ॉल्यूशन की छवियों का निर्माण करने में सक्षम सिंथेटिक एपर्चर रडार (Synthetic Aperture Radar – SAR) का विकास पूरा कर लिया है. NASA-ISRO SAR (NISAR) पृथ्वी अवलोकन के लिए दोहरी आवृत्ति L और S- बैंड SAR के लिए एक संयुक्त सहयोग है.
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NISAR के बारे में:
- NISAR हमारे ग्रह की सतह में एक सेंटीमीटर से कम के परिवर्तनों को मापने के लिए दो अलग-अलग रडार आवृत्तियों (L-बैंड और S-बैंड) का उपयोग करने वाला पहला उपग्रह मिशन होगा.
- मिशन को चेन्नई के उत्तर से लगभग 100 किलोमीटर दूर आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में इसरो के श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट से 2022 के आरंभ में लॉन्च करने का लक्ष्य है.
- नासा मिशन के L-बैंड SAR प्रदान कर रहा है, जो विज्ञान डेटा, जीपीएस रिसीवर, एक ठोस राज्य रिकॉर्डर और पेलोड डेटा सबसिस्टम के लिए एक उच्च-दर संचार उपतंत्र है.
- इसरो मिशन के लिए स्पेसक्राफ्ट बस, S-बैंड राडार, लॉन्च वाहन और संबंधित लॉन्च सेवाएं प्रदान कर रहा है, जिसका लक्ष्य उन्नत रडार इमेजिंग का उपयोग करके भूमि की सतह के परिवर्तनों के कारणों और परिणामों का वैश्विक माप करना है.
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
- इसरो के अध्यक्ष: के. शिवन.
- इसरो का मुख्यालय: बेंगलुरु, कर्नाटक.
- इसरो की स्थापना: 15 अगस्त 1969.
- नासा के कार्यवाहक प्रशासक: स्टीव जुर्स्की.
- नासा का मुख्यालय: वाशिंगटन डी.सी., संयुक्त राज्य अमेरिका.
- नासा की स्थापना: 1 अक्टूबर 1958.