भारत की स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन प्रक्रिया को तेज़ करने की दिशा में एक बड़े कदम के तहत, भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (IREDA) ने ₹2,005.90 करोड़ का फंड Qualified Institutional Placement (QIP) के माध्यम से सफलतापूर्वक जुटाया है। इस पूंजी से एजेंसी की हरित ऊर्जा परियोजनाओं के वित्तपोषण की क्षमता को बढ़ावा मिलेगा और इसकी पूंजी पर्याप्तता तथा वित्तीय आधार को मज़बूती मिलेगी।
समाचार में क्यों?
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5 जून से 10 जून 2025 के बीच IREDA ने ₹2,005.90 करोड़ का QIP इश्यू पूरा किया।
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यह कदम नवंबर 2023 में हुए IPO के बाद आया है, जो निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।
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जुटाई गई राशि का उपयोग Tier-I पूंजी को मजबूत करने और नवीकरणीय ऊर्जा वित्तपोषण को बढ़ाने में किया जाएगा।
QIP इश्यू के बारे में
घटक | विवरण |
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जुटाई गई कुल राशि | ₹2,005.90 करोड़ |
इक्विटी शेयर जारी | 12.15 करोड़ |
इश्यू मूल्य | ₹165.14 प्रति शेयर |
फेस वैल्यू | ₹10 |
प्रिमियम | ₹155.14 |
फ्लोर प्राइस पर छूट | 5% (फ्लोर प्राइस ₹173.83 थी) |
बेस इश्यू साइज | ₹1,500 करोड़ |
ओवरसब्सक्रिप्शन | 1.34 गुना |
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Tier-I पूंजी को बढ़ाना
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पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CAR) में सुधार
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नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए वित्तपोषण क्षमता को विस्तारित करना
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भारत के जलवायु लक्ष्यों और ऊर्जा परिवर्तन को समर्थन देना
निवेशकों की रुचि
QIP में निम्नलिखित निवेशकों की भागीदारी देखी गई:
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बीमा कंपनियाँ
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अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक
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विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPIs)
यह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के मजबूत विश्वास को दर्शाता है।
IREDA की रणनीतिक भूमिका
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IREDA, नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) के तहत भारत सरकार की वित्तीय संस्था है।
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यह पूरे भारत में नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता परियोजनाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
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नवंबर 2023 का IPO, IREDA की बाजार सहभागिता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
इस विकास का महत्व
इस पूंजी निवेश से:
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हरित ऊर्जा परियोजनाओं के लिए ऋण देने की क्षमता में वृद्धि होगी
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भारत के नेट ज़ीरो उत्सर्जन लक्ष्यों की प्राप्ति तेज़ होगी
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सौर, पवन, जैव ऊर्जा और जलविद्युत परियोजनाओं को वित्तीय सहायता मिल सकेगी
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यह IREDA की ग्रीन फाइनेंस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका पर निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है।