सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) ने दिवाला कार्यवाही में लगभग 148 करोड़ रुपये में मर्केटर पेट्रोलियम (Mercator Petroleum) का अधिग्रहण किया है। इस खबर से आईओसी के शेयर पर असर हो सकता है। देश की सबसे बड़ी ऑयल मार्केटिंग कंपनी का शेयर 6 महीने में 15 फीसदी से ज्यादा उछला है।
आईओसी ने बताया कि मर्केटर पेट्रोलियम लिमिटेड (MPL) में 100% हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए आईओसी की समाधान योजना को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की मुंबई पीठ ने मंजूरी दे दी है।
भंडार होने की संभावना
एमपीएल के पास गुजरात की खंभात की खाड़ी में स्थलीय तेल और गैस खोज ब्लॉक है। ब्लॉक सीबी- ओएनएन- 2005/9 को कंपनी ने 2008 में 7वीं एनईएलपी (नेल्प) बोली में जीता था। इसमें 4.55 करोड़ बैरल तेल भंडार होने की संभावना है। यह ब्लॉक आईओसी के कोयाली रिफाइनरी ब्लॉक से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
1 साल में इतने प्रतिशत रिटर्न
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) के शेयर ने निवेशकों को तगड़ा रिटर्न दिया है। एक साल में आईओसी (IOC Share Price) के शेयर में 37 फीसदी की तेजी आई है। 6 महीने में शेयर 15 फीसदी से ज्यादा उछाल है। जबकि इस साल अब तक 22 फीसदी चढ़ा है। 3 नवंबर को शेयर 95.90 रुपये के भाव पर बंद हुआ।
समाधान योजना और भुगतान संरचना
आईओसी द्वारा प्रस्तुत समाधान योजना के तहत, कंपनी उन सुरक्षित वित्तीय लेनदारों को 135 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी जिन्होंने कुल 291 करोड़ रुपये के दावे स्वीकार किए थे। हालाँकि, असुरक्षित वित्तीय लेनदारों के लिए कोई भुगतान निर्दिष्ट नहीं किया गया है, जिन्होंने 118 करोड़ रुपये के दावों को स्वीकार किया था।
इसके अतिरिक्त, समाधान योजना परिचालन लेनदारों को 5.40 करोड़ रुपये की पेशकश करती है, जिसमें विक्रेता, कामगार, कर्मचारी और वैधानिक बकाया शामिल हैं, जबकि उनके कुल स्वीकृत दावे 73 करोड़ रुपये हैं। आईओसी ने एमपीएल के सुचारु परिवर्तन को सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए 8.7 करोड़ रुपये की दिवाला कार्यवाही लागत वहन करने पर भी सहमति व्यक्त की है।