नवंबर 2017 में गिन्नी के 15वें देश के रूप में अनुमोदन के साथ अपने फ्रेमवर्क समझौते के संदर्भ में, अंतर्राष्ट्रीय सौर एलायंस (आईएसए) अब एक संधि आधारित अंतर्राष्ट्रीय अंतरसरकारी संगठन बन गया है. अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन भारत की वैश्विक पहल है. इसका उद्देश्य सदस्य देशों में सौर ऊर्जा परिनियोजन बढ़ाना है.
पेरिस में जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन सीओपी-21 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद ने नवंबर 2015 को संयुक्त रुप से इसकी शुरुआत की थी. अभी तक, 46 देशों ने हस्ताक्षर किए तथा 19 देशों ने आईएसए की रूपरेखा के समझौते की पुष्टि की. जनवरी 2016 से आईएसए अंतरिम सचिवालय एक वास्तविक संगठन के रूप में कार्यरत हो गया है.
एक पंक्ति में समाचार-
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA)- अब एक संधि-आधारित अंतर्राष्ट्रीय अंतरसरकारी संगठन बन गया है-इसका उद्देश्य सदस्य देशों में सौर ऊर्जा परिनियोजन बढ़ाना है- 46 देशों द्वारा हस्ताक्षरित और 19 देशों द्वारा अनुमोदित है.
IBPS PO मुख्य परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य –
- आईएसए, जिसका मुख्यालय भारत में है, उसका सचिवालय हरियाणा के गुड़गांव में स्थित राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान के परिसर में है.
स्रोत- डीडी न्यूज़