हर साल 11 दिसंबर को पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस (International Mountain Day) मनाया जाता है। इसका मकसद यही है कि लोग पहाड़ों पर रहने वालों की समस्याओं से वाकिफ हों। जलवायु और भूमिगत परिवर्तनों के कारण पर्वतों की भूगोलिक स्थिति में परिवर्तन आ रहा है इसलिए इन क्षेत्रों का विकास और संरक्षण हो। साथ ही इसका उद्देश्य इसकी समृद्ध जैव विविधता के बारे में लोगों को जागरूक करना है। इसी के मद्देनजर हर साल इसका आयोजन किया जाता है।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
आज के समय में जब जलवायु और भूमिगत परिवर्तनों की वजह से पर्वतों की भूगोलिक स्थिति में बदलाव आता जा रहा है। वनों को नष्ट किए जाने की घटनाएं सामने आ रही हैं, तो पृथ्वी और मानव जीवन के लिए गंभीर विषय है। ऐसे में जरूरी है कि लोग पर्वतों के प्रति अपने दायित्वों को समझें। इसीलिए लोगों को इसके प्रति जागरूक करने के लिए हर साल अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) ने इंसानों के जीवन में पहाड़ों के महत्व और अहम भूमिका को पहचानने के लिए अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस को मनाने की परंपरा की शुरुआत की।
अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस के बहाने पर्यावरण में पहाड़ों की भूमिका के बारे में बताया जाता है। साल 1992 में संयुक्त राष्ट्र की ओर से एक प्रस्ताव सामने लाया गया। इसमें पहाड़ों पर रहने वालों की ओर ध्यान दिलाया गया। वहीं पहाड़ के महत्व को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2002 को संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय पर्वत वर्ष घोषित किया। इसके बाद 11 दिसंबर, 2003 से अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस मनाया जाने लगा। तब से ही यह हर साल मनाया जाता है।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश और बॉम्बे हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति हरजीत सिंह…
अर्मेनिया ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) में 104वें पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल होकर…
काल भैरव जयंती भगवान शिव के उग्र और रक्षक स्वरूप काल भैरव को समर्पित एक…
असम सरकार ने करीमगंज जिले का आधिकारिक नाम बदलकर श्रीभूमि जिला और करीमगंज नगर का…
भारत 25 से 30 नवंबर, 2024 के बीच नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (ICA)…
बीमा उत्पादों के गलत और जबरन विक्रय (mis-selling and force-selling) के बढ़ते मामलों को देखते…