अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस 2024: इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस हर साल जुलाई के पहले शनिवार को मनाया जाता है। इस साल यह दिवस 6 जुलाई 2024 को मनाया जाएगा। सहकारिता के माध्यम से बेहतर विश्व का निर्माण किया जा सकता है। इसमें वैयक्तिक स्वतन्त्रता की रक्षा करते हुए आर्थिक समृद्धि तथा सार्वजनिक कल्याण के लक्ष्य प्राप्त किये जा सकते हैं।

अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस 2024 की थीम

अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस की थीम है- “सहकारिता सभी के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण करती है।”

अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस का महत्व

अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस सहकारी आंदोलन के सिद्धांतों और मूल्यों को बढ़ावा देने का एक अवसर है। सहकारिता, स्वैच्छिक सहयोग और समुदाय की भलाई के लिए काम करती है। सहकारी संस्थाएं स्थानीय समुदायों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और वैश्विक स्तर पर भी सामाजिक और आर्थिक बदलाव लाने में मदद करती हैं।

अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस का इतिहास

अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस की शुरुआत 1923 में इंटरनेशनल कोऑपरेटिव एलायंस (ICA) द्वारा की गई थी। संयुक्त राष्ट्र ने 1995 में इसे आधिकारिक तौर पर मान्यता दी और इसे हर साल मनाने का निर्णय लिया। इसे पहली बार 2005 में संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में मनाया गया था। इस दिन का उद्देश्य सहकारी आंदोलनों के महत्व और उनके योगदान को रेखांकित करना है। यह दिन उन मूल्यों और सिद्धांतों को प्रोत्साहित करता है जिन पर सहकारी संस्थाएं आधारित होती हैं।

 

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

रिलायंस समूह ने भूटान में सौर और जल-विद्युत परियोजनाओं के लिए DHI के साथ की साझेदारी

अनिल अंबानी का रिलायंस समूह भूटान के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा…

42 mins ago

सरकार ने आरबीआई की ब्याज दर समीक्षा से पहले मौद्रिक नीति समिति का पुनर्गठन किया

केंद्र सरकार ने रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) की मौद्रिक नीति समीक्षा के लिए मौद्रिक…

13 hours ago

झारखंड में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरुआत

केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय ने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान शुरू किया है। अभियान…

13 hours ago

प्रधानमंत्री ने झारखंड में 83,700 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड में 83,700 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं का उद्घाटन किया।…

13 hours ago

सरकार ने मराठी, पाली, असमिया, प्राकृत और बंगाली को ‘शास्त्रीय भाषा’ के रूप में दी मंजूरी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बांग्ला भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा…

18 hours ago

कैबिनेट ने रेलवे कर्मचारियों के लिए 78 दिन के उत्पादकता से जुड़े बोनस को मंजूरी दी

रेल कर्मचारियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय…

18 hours ago