आईएनएस तरासा, एक वाटर जेट फास्ट अटैक क्राफ्ट को मुख्य कार्य तटों और अपतटों की निगरानी व गश्त के लिए अच्छी मजबूती प्रदान करने हेतु भारतीय नौसेना में शामिल किया गया है. पश्चिमी नौसेना कमान के प्रमुख वाइस एडमिरल गिरीश लूथरा ने जहाज को चालू किया. इसका निर्माण कोलकाता में किया गया है.
यह गार्डन रीच शिप बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स, कोलकाता द्वारा बनाए गए जल जेट एफएसी का चौथा और अंतिम वाटर जेट है. पहले दो, आईएनएस तरमुगली और आईएनएस तिहायू को 2016 में चालू किया गया था और ये विशाखापत्तनम में स्थित हैं. तीसरा, आईएनएस तिलांचांग, मार्च 2017 में शुरू किया गया था और यह कर्वर में स्थित है.
उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य –
- सुनील लांबा भारतीय नौसेना के वर्तमान सीएनएस है.
- आईएनएस तरासा 50 मीटर लंबा है, इसे तीन वाटर जेट द्वारा संचालित किया जाता है जो इसे 35 समुद्री मील (65 किमी प्रति घंटे) की गति प्रदान करता है, और एक 30 मिमी की मेन गन तथा कई हल्की, मध्यम और भारी मशीनगन तैनात की गई हैं.
- इसका नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर प्रवीण कुमार करते हैं.
स्रोत- द इकोनॉमिक टाइम्स