इंगा रुगिनिएने, जो एक सोशल डेमोक्रेट और पूर्व मज़दूर नेता रही हैं, को लिथुआनिया की संसद ने आधिकारिक रूप से देश की नई प्रधानमंत्री के रूप में मंज़ूरी दे दी है। उनका यह चयन लिथुआनिया के राजनीतिक नेतृत्व में एक बड़ा बदलाव है, क्योंकि वे सामाजिक सुरक्षा और श्रम मंत्री की भूमिका से देश के सर्वोच्च कार्यकारी पद पर पहुंच रही हैं।
मज़दूर यूनियन से राष्ट्रीय नेतृत्व तक
राजनीति में आने से पहले रुगिनिएने लिथुआनियाई ट्रेड यूनियन महासंघ की अध्यक्ष थीं, जहाँ उन्होंने मज़दूरों के अधिकारों और सामाजिक न्याय के लिए आवाज़ उठाई। उन्होंने 2024 में पहली बार संसद में प्रवेश किया और सिर्फ़ एक साल के भीतर प्रधानमंत्री बनना लिथुआनिया के राजनीतिक इतिहास में उल्लेखनीय माना जा रहा है।
उनका श्रम नीति और सामाजिक कल्याण का अनुभव यह संकेत देता है कि उनके नेतृत्व में समानता और सामाजिक विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
संसदीय मंज़ूरी और संवैधानिक प्रक्रिया
संसद से पुष्टि मिलने के बाद अब रुगिनिएने के पास 15 दिन का समय है, जिसमें वे अपने मंत्रिमंडल की सूची प्रस्तुत करेंगी। इस प्रस्तावित सरकार को राष्ट्रपति की मंज़ूरी मिलना आवश्यक है, जिसके बाद राष्ट्रपति औपचारिक आदेश जारी कर उन्हें प्रधानमंत्री नियुक्त करेंगे। यह प्रक्रिया लिथुआनिया की संसदीय लोकतांत्रिक प्रणाली में कार्यपालिका और विधायिका के बीच संतुलन सुनिश्चित करती है।
लिथुआनियाई शासन का नया युग
रुगिनिएने की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब लिथुआनिया कई चुनौतियों का सामना कर रहा है, जैसे –
सामाजिक असमानता
श्रम बाज़ार सुधार
यूरोपीय संघ (EU) में एकीकरण और क्षेत्रीय सुरक्षा
शासन पर जनता का विश्वास
उनकी पृष्ठभूमि और राजनीतिक विचारधारा यह दर्शाते हैं कि वे सामाजिक सुरक्षा, समावेशी आर्थिक नीतियों और मज़दूर अधिकारों पर ज़ोर देंगी, जो लिथुआनिया के घरेलू एजेंडे की दिशा तय कर सकते हैं।
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