दिल्ली के विज्ञान भवन में पीएम मोदी ने आज इंडोसैन (इंडिया सैनिटेशन कॉंफ्रेंस) का उद्धघाटन करते हुए कहा कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से पहले देश को गंदगी से आजादी दिलाने के लिए स्वच्छाग्रहियों की फौज तैयार करनी होगी. पीएम मोदी के मुताबिक जिस तरह महात्मा गांधी से देश को अंग्रेजों से मुक्त कराने के लिए सत्याग्रह
शुरु किया था उसी तरह अब स्वच्छाग्रह शुरु करने की जरुरत हैं.
गौरतलब है कि दो साल पहले 2 अक्टूबर को ही स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की गई थी. जिसके तहत कई सारे फिल्मी सितारों, क्रिकेटरों, सामाजिक सेवियों को प्रधानमंत्री द्वारा नामित किया गया था और स्वच्छता को लेकर जागरुक करने के लिए काम करने को कहा था. ऐसे में पीएम मोदी ने एक बार फिर पंडित दीनदयाल की 100वीं जयंती से लेकर गांधी जी की 150वीं जयंती के 2 साल की समयावधि में स्वच्छता अभियान को अंजाम तक पहुंचान की बात कही.
इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) को स्वच्छता अभियान का पुरस्कार सौंपा. यह कार्यक्रम केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय और पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छ भारत मिशन के कार्य की समीक्षा करना है. सम्मेलन में केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकैया नायडू के साथ ही मुख्यमंत्रियों और राज्यों में स्वच्छत भारत मिशन के प्रभारी मंत्रियों और प्रमुख सचिवों के अलावा जिलाधिकारियों और पंचायतद प्रतिनिधियों को भी बुलाया गया था.
अब इस समाचार से संबंधित कुछ प्रश्नों की बात करते हैं :
1. इंडोसैन से क्या तात्पर्य है ? इसका उद्घाटन किसके द्वारा किया गया ?
2. स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत कब की गई थी ?
स्रोत- दैनिकजागरण.कॉम