देश में शहरी बेरोजगारी दर मार्च तिमाही में मामूली घटकर 6.7 फीसदी पर आ गई है। एक साल पहले समान अवधि में यह 6.8 फीसदी थी। राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए शहरी बेरोजगारी पिछले साल अप्रैल-जून और जुलाई-सितंबर में 6.6 फीसदी थी। अक्तूबर-दिसंबर में यह 6.5 फीसदी थी।
एनएसओ की ओर से जारी 22वें पीरियाडिक लेबर फोर्स सर्वे के मुताबिक, शहरी क्षेत्रों में महिलाओं के बीच बेरोजगारी दर इस साल जनवरी-मार्च में घटकर 8.5 प्रतिशत हो गई। एक साल पहले इसी तिमाही में यह दर 9.2 प्रतिशत थी। अप्रैल-जून 2023 में यह 9.1 फीसदी, जुलाई-सितंबर 2023 में 8.6 फीसदी और अक्तूबर-दिसंबर 2023 में 8.6 फीसदी थी।
शहरी पुरुषों में बेरोजगारी दर इस साल जनवरी-मार्च में बढ़कर 6.1 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई। एक साल पहले की अवधि में 6 प्रतिशत थी। अप्रैल-जून 2023 में यह 5.9 फीसदी, जुलाई-सितंबर 2023 में 6 फीसदी और अक्तूबर-दिसंबर 2023 में 5.8 फीसदी थी। शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में श्रम बल भागीदारी दर 2024 की जनवरी-मार्च तिमाही में बढ़कर 50.2 प्रतिशत हो गई। एक साल पहले इसी अवधि में 48.5 प्रतिशत थी।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]लाहौर एक बार फिर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है, जिसका AQI 708…
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने श्रीलंकाई कानूनी विशेषज्ञ सुमति धर्मवर्धने को अपनी भ्रष्टाचार निरोधक इकाई…
हिज़्बुल्लाह, जो एक प्रमुख लेबनानी शिया परामिलिट्री और राजनीतिक संगठन है, ने हाल ही में…
निजता के अधिकार मामले में अहम याचिकाकर्ता न्यायमूर्ति के.एस. पुट्टस्वामी का सोमवार को 98 वर्ष…
फिजी गणराज्य ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान, "ऑनरेरी ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी" से…
निजी निवेश को प्रोत्साहित करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजस्थान…