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भारत का रणनीतिक कदम: आर्थिक और ऊर्जा परिवर्तन के लिए 20 महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों की नीलामी

खान मंत्रालय में सचिव वी.एल. कांथा राव ने कहा है कि खान मंत्रालय अगले दो सप्ताह में लीथियम और ग्रेफाइट सहित महत्वपूर्ण खनिजों के 20 खंडों की नीलामी करने की प्रक्रिया में है। नई दिल्ली में भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2023 (आईआईटीएफ) में खनन मंडप “कनेक्टिंग बियॉन्ड माइनिंग” का उद्घाटन करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए खान मंत्रालय के सचिव श्री वी.एल. कांथा राव ने कहा कि महत्वपूर्ण खनिजों के खनन और प्रसंस्करण के लिए स्वदेशी तकनीक की खोज की जाएगी।

केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी ने अपने वर्चुअल माध्यम से प्रसारित संदेश में कहा, “खनिज हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न अंग हैं और खनिज कई उद्योगों के लिए कच्चे माल के रूप में काम करते हैं, लेकिन कम कार्बन-उत्सर्जन वाली अर्थव्यवस्था में ऊर्जा उपयोग में बदलाव के लिए भी महत्वपूर्ण और अत्यंत आवश्यक हैं, और हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित प्रतिबद्धता” नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकियों को ‘शून्य कार्बन उत्सर्जन’ के लक्ष्य को पूरा करने के लिए आवश्यक होगा।

 

हाल ही में सरकार ने लीथियम, कोबाल्ट और टाइटेनियम जैसे नए युग के खनिजों सहित महत्वपूर्ण खनिजों की एक सूची की पहचान की है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स, दूरसंचार, परिवहन और रक्षा जैसे अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी क्षेत्रों की आधुनिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। सरकार ने हाल के वर्षों में, खनन क्षेत्र को निजी भागीदारी और विशेष रूप से खनिज अन्वेषण के लिए खोलने के लिए महत्वपूर्ण सुधार पेश किए हैं।

 

आम जनता के बीच जागरूकता

खनन और खनिज क्षेत्र में चल रहे अग्रणी सुधारों के बारे में आम जनता के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए, खान मंत्रालय नई दिल्ली के प्रगति मैदान में भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ) में 14 से 27 नवंबर 2023 तक एक अत्याधुनिक खनन मंडप का प्रदर्शन कर रहा है।

 

इस पहल का उद्देश्य

इस पहल का उद्देश्य आम जनता को हमारे दैनिक जीवन में खनिजों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जानकारी प्रदान करना है, जो हमारे भोजन की थाली की सामग्री से लेकर बिजली उत्पादन, मोबाइल फोन की बैटरी और यहां तक कि दवाओं के उत्पादन तक सब कुछ को प्रभावित करते हैं। खदानें और खनिज हमारे दैनिक जीवन की प्रमुख आवश्यकता हैं।

खनिज मानव प्रगति के लिए मौलिक हैं। वे न केवल कई उद्योगों के लिए कच्चे माल के रूप में काम करते हैं, बल्कि कम कार्बन-उत्सर्जन वाली अर्थव्यवस्था और नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकियों में वैश्विक परिवर्तन को शक्ति प्रदान करने के लिए भी महत्वपूर्ण और आवश्यक हैं, जिन्हें ‘शून्य कार्बन उत्सर्जन’ की प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए आवश्यक होगा।

 

खनन मंडप का उद्देश्य

खनन मंडप का उद्देश्य इनमें से कुछ मुद्दों के साथ-साथ क्षेत्र में सुधार लाने, अन्वेषण, नीलामी में प्रगति और खनन क्षेत्रों के विकास के साथ-साथ जिला खनिज निधि (डीएमएफ) के माध्यम से राज्यों के राजस्व में परिणामी वृद्धि के लिए सरकार के प्रयासों के बारे में आगंतुकों के बीच जागरूकता पैदा करना है।

 

वीआर जोन का उद्देश्य

मंडप में एक समर्पित किड्स जोन और वीआर जोन का उद्देश्य बच्चों तक खानों और खनन के बारे में जानकारी प्रसारित करना है, जिसमें उनके लिए विभिन्न प्रकार के खेल और प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। खनिजों के बारे में रोचक जानकारी स्पष्टीकरण सहित प्रस्तुत की जाएगी। विभिन्न समूहों में 200 बच्चों के लिए कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। साथ ही आम जनता के लिए सेल्फी जोन की भी व्यवस्था होगी।

 

खान मंत्रालय के अंतर्गत

खान मंत्रालय के अंतर्गत संलग्न/स्वायत्त/अधीनस्थ कार्यालय जैसे, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई), भारतीय खान ब्यूरो (आईबीएम), राष्ट्रीय रॉक यांत्रिकी संस्थान (एनआईआरएम), जवाहरलाल नेहरू एल्यूमिनियम अनुसंधान विकास और डिजाइन केंद्र (जेएनएआरडीडीसी), राष्ट्रीय एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड (एनएएलसीओ), हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (एचसीएल) और मिनरल एक्सप्लोरेशन एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड (एमईसीएल) वैज्ञानिक रूप से निर्मित और आकर्षक चित्रण के माध्यम से अपनी उपलब्धियों को उजागर करेंगे। उपरोक्त संगठनों के अलावा खनन/खनिज क्षेत्र के प्रमुख निजी क्षेत्र की कंपनियाँ जैसे आदित्य बिड़ला समूह की हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड, वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक और जेएसडब्ल्यू समूह हमारे खनन क्षेत्र में हाल ही में किए गए नवीन सुधारों को उजागर करने के लिए एक पखवाड़े तक चलने वाले भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ)-2023 में भाग लेंगे।

 

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FAQs

राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (NMDC) की स्थापना कब हुई?

देश का सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक,NMDC 15 नवंबर 1958 को निगमित किया गया था।

vikash

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