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2060 के दशक में भारत की जनसंख्या 1.7 बिलियन तक पहुँच जाएगी: संयुक्त राष्ट्र रिपोर्ट

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संयुक्त राष्ट्र की विश्व जनसंख्या संभावना 2024 रिपोर्ट के अनुसार, भारत की जनसंख्या 2060 के दशक की शुरुआत में 1.7 बिलियन तक पहुँचने का अनुमान है, जिसके बाद इसमें 12% की गिरावट आएगी। गिरावट के बावजूद, भारत 21वीं सदी में दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बना रहेगा।

दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश भारत मौजूदा सदी (2100) के अंत तक 150 करोड़ के साथ सबसे अधिक आबादी वाला देश बना रहेगा। मौजूदा समय में भारत की आबादी करीब 145 करोड़ होने का अनुमान है।

चीन की जनसंख्या में कमी आएगी

रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि बड़े आकार और प्रजनन क्षमता में गिरावट की वजह से सदी के अंत तक चीन में सबसे बड़ी जनसंख्या गिरावट (78.6 करोड़) आने की संभावना है। वर्तमान में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश चीन, 2024 और 2054 (20.4 करोड़) के बीच जनसंख्या में बड़ी गिरावट आएगी।

वहीं 2100 आते- आते चीन की आबादी वर्तमान समय से आधी से भी कम यानी करीब 63 करोड़ रह जाएगी। मौजूदा समय में चीन की आबादी करीब 140 करोड़ है। रिपोर्ट के अनुसार 2054 में 38.9 करोड़ की आबादी के साथ पाकिस्तान अमेरिका को पछाड़कर आबादी के लिहाज से दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बन जाएगा।

आबादी के मामले में अमेरिका दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश

वर्तमान में 34.5 करोड़ की आबादी के साथ अमेरिका दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश है और 2054 में यह 38.4 करोड़ लोगों के साथ चौथा सबसे बड़ा देश होगा। 2100 में 51.1 करोड़ की आबादी के साथ पाकिस्तान दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बना रहेगा।

विशेषज्ञों के अनुसार चीन, जापान,जर्मनी के अलावा यूरोप के कई देशों में जनसंख्या घटने की वजह से काम करने वालों की कमी हो जाएगी। ऐसे में भारतीयों के लिए इन देशों में रोजगार के मौके बनेंगे। सदी के अंत तक भारत दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश बना रहेगा। ऐसे में भारतीय वैश्विक अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।