भारत में क्वांटम तकनीक के क्षेत्र में क्रांतिकारी पहल के तहत, आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती में देश की पहली क्वांटम कंप्यूटिंग वैली की स्थापना जनवरी 2026 तक की जाएगी। इसकी घोषणा आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार विभाग (ITE&C) के सचिव कटमनेनी भास्कर ने 25 जून 2025 को विजयवाड़ा में आयोजित एक उच्चस्तरीय कार्यशाला के दौरान की।
यह वैली राष्ट्रीय क्वांटम मिशन (National Quantum Mission – NQM) के उद्देश्यों के अनुरूप राष्ट्रीय नवाचार केंद्र (innovation hub) के रूप में कार्य करेगी, जो हेल्थकेयर से लेकर एग्री-टेक तक कई क्षेत्रों में क्वांटम कंप्यूटिंग की शक्ति को समाज और उद्योग के लाभ के लिए उपयोग में लाने का कार्य करेगी।
क्यों है खबरों में?
यह घोषणा 25 जून 2025 को विजयवाड़ा में ‘अमरावती क्वांटम वैली’ कार्यशाला के दौरान की गई। इस अवसर पर क्वांटम क्षेत्र के दिग्गज विशेषज्ञ मौजूद थे:
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अनिल प्रभाकर – राष्ट्रीय क्वांटम मिशन सदस्य
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अमित सिंघी – IBM रिसर्च इंडिया निदेशक
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ए. विजय राव – LTIMindtree प्रिंसिपल डायरेक्टर
उद्देश्य और लक्ष्य
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जनवरी 2026 तक भारत की पहली क्वांटम कंप्यूटिंग वैली की स्थापना
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अनुसंधान, नवाचार, स्टार्टअप और औद्योगिक समाधान को बढ़ावा देना
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शैक्षणिक संस्थानों, उद्योगों और सरकारी निकायों के लिए राष्ट्रीय क्वांटम अवसंरचना हब बनाना
मुख्य विशेषताएं
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अमरावती क्वांटम वैली टेक पार्क बनेगा नवाचार और रोजगार का केंद्र
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युवाओं को क्वांटम स्किल्स में प्रशिक्षित किया जाएगा — रतन टाटा इनोवेशन हब की साझेदारी से
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पारंपरिक कंप्यूटिंग को प्रतिस्थापित नहीं करेगा, बल्कि जटिल समस्याओं के हल में सहायक तकनीक होगी
रणनीतिक साझेदार
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IBM अमरावती में लॉजिकल क्यूबिट क्वांटम कंप्यूटर स्थापित करेगा
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LTIMindtree, TCS, और IBM मिलकर लॉजिस्टिक्स, वित्त, मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में व्यावसायिक उपयोग विकसित करेंगे
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अनिल प्रभाकर ने बताया कि क्वांटम का उपयोग दवाओं की खोज, ईवी बैटरी अनुकूलन और इमेज क्लासिफिकेशन जैसे क्षेत्रों में किया जाएगा
क्वांटम कंप्यूटिंग के संभावित उपयोग
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फार्मास्यूटिकल अनुसंधान
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इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी अनुकूलन
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रूट प्लानिंग और लॉजिस्टिक्स
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क्वांटम क्रिप्टोग्राफी आधारित सुरक्षा
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जलवायु मॉडलिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
क्वांटम सुरक्षा
केंद्र सरकार QNu Project के तहत Quantum Secure Communication Network विकसित कर रही है ताकि पासवर्ड सुरक्षा और सुरक्षित डेटा साझा करने में क्वांटम एन्क्रिप्शन का उपयोग हो सके।
राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के साथ तालमेल
अमरावती परियोजना निम्नलिखित उद्देश्यों को पूरा करेगी:
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क्वांटम अवसंरचना का विकास
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देश की कंप्यूटिंग क्षमता को बढ़ाना
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प्रतिभा निर्माण और वैश्विक साझेदारियों को प्रोत्साहन देना
निष्कर्ष:
अमरावती में बनने जा रही यह क्वांटम कंप्यूटिंग वैली भारत को क्वांटम तकनीक की दुनिया में अग्रणी देशों की श्रेणी में लाने का माध्यम बनेगी। इससे देश के युवाओं को भविष्य की तकनीकों में दक्ष बनाया जाएगा और उभरते हुए उद्योगों को नवाचार आधारित समाधान मिलेंगे।