भारत के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के तहत विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर 16 और 17 जुलाई, 2024 को मॉरीशस की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे। यह यात्रा भारत और मॉरीशस, दोनों देशों के बीच गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
भारत-मॉरीशस मैत्री उद्यान का उद्घाटन
मैत्री का प्रतीक
16 जुलाई, 2024 को डॉ. जयशंकर ने मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुइस में भारत-मॉरीशस मैत्री उद्यान का उद्घाटन किया। यह पार्क, जिसका नाम “मैत्री उद्यान” है, दोनों देशों के बीच स्थायी संबंधों का प्रमाण है। उद्घाटन समारोह में मॉरीशस के विदेश मंत्री मनीष गोबिन की उपस्थिति ने इस पहल की द्विपक्षीय प्रकृति को रेखांकित किया।
हरित पहल
उद्घाटन के अवसर पर डॉ. जयशंकर ने मैत्री उद्यान में एक वृक्षारोपण किया। यह प्रतीकात्मक कार्य न केवल भारत-मॉरीशस संबंधों के विकास को दर्शाता है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए वैश्विक प्रयासों के साथ भी जुड़ा हुआ है।
यात्रा का महत्व
पुनः नियुक्ति के बाद पहली द्विपक्षीय यात्रा
मॉरीशस की यह यात्रा विशेष महत्व रखती है क्योंकि यह डॉ. जयशंकर की भारत के विदेश मंत्री के रूप में पुनः नियुक्ति के बाद किसी भी देश की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। यह दर्शाता है कि भारत अपनी विदेश नीति के एजेंडे में मॉरीशस के साथ अपने संबंधों को कितना महत्व देता है।
निरंतर कूटनीतिक गति
यह यात्रा मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ की 9 जून, 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थिति के तुरंत बाद हो रही है। यह पारस्परिक यात्रा द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की पारस्परिक प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
यात्रा के दौरान मुख्य कार्यक्रम
उच्च स्तरीय बैठकें
अपने प्रवास के दौरान डॉ. जयशंकर ने कई उच्च स्तरीय बैठकों में भाग लिया, जिनमें शामिल हैं:
- प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के साथ चर्चा
- उप प्रधानमंत्री स्टीवन ओबीगाडू के साथ वार्ता
- मॉरीशस के अपने समकक्ष मनीष गोबिन के साथ द्विपक्षीय चर्चा
इन बैठकों ने भारत-मॉरीशस संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक चर्चा के लिए एक मंच प्रदान किया।