भारत के कॉफी निर्यात ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, वित्तीय वर्ष 2024 (अप्रैल से नवंबर) के दौरान $1.14 बिलियन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचते हुए, जो पिछले वर्ष की समान अवधि से 29% की वृद्धि को दर्शाता है। इस वृद्धि का श्रेय रोबस्टा कॉफी की बढ़ती वैश्विक मांग और ब्राज़ील और वियतनाम जैसे प्रमुख उत्पादक देशों द्वारा सामना किए जा रहे आपूर्ति श्रृंखला मुद्दों को जाता है। कर्नाटक से मुख्य रूप से उत्पादित भारत की उच्च-गुणवत्ता वाली कॉफी ने प्रीमियम वैश्विक बाजारों में अपनी पहचान बनाई है, जिससे यह वृद्धि और तेज़ हो गई है।
निर्यात में वृद्धि
वृद्धि के कारक
भारत की वैश्विक कॉफी स्थिति
क्षेत्रीय योगदान
आर्थिक प्रभाव
आगे की चुनौतियाँ
| समाचार में क्यों? | विवरण |
| कॉफी निर्यात में वृद्धि | भारत का कॉफी निर्यात FY24 में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा, अप्रैल-नवंबर के दौरान $1.14 बिलियन का निर्यात। |
| निर्यात में वार्षिक वृद्धि | 2023-24 में निर्यात 12.22% बढ़कर $1.28 बिलियन हो गया। |
| प्रमुख बाजार | इटली, रूस, यूएई, जर्मनी, तुर्की। |
| रोबस्टा कीमतों में वृद्धि | 63% की वृद्धि, $4,667 प्रति मीट्रिक टन पर पहुंची। |
| भारत की वैश्विक रैंक | दुनिया का 8वां सबसे बड़ा कॉफी उत्पादक; 5वां सबसे बड़ा रोबस्टा उत्पादक। |
| प्रमुख उत्पादक राज्य | कर्नाटक (71%), केरल (20%), तमिलनाडु (5%)। ओडिशा और उत्तर-पूर्वी राज्यों का छोटा योगदान। |
| आर्थिक प्रभाव | 20 लाख से अधिक श्रमिकों को रोजगार। |
| चुनौतियाँ | ईयू वनों की कटाई नियमन (EUDR), जिससे निर्यात लागत प्रभावित हो सकती है। |
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