भारत की मारक क्षमता को बढ़ावा देने के लिए, देश की पहली स्वदेशी रूप से विकसित और विकसित धनुष तोप को भारतीय सेना में जबलपुर, एमपी के आयुध निर्माणी में आयोजित एक समारोह के दौरान सम्मिलित किया गया था. सेना ने ऐसी 110 से अधिक तोपों के लिए एक ऑर्डनेंस फैक्ट्री को आर्डर दिया था.
155 मिमी / 45 कैलिबर वाली टो बंदूक प्रणाली,धनुष को सभी प्रकार के इलाकों में तैनात किया जा सकता है.
धनुष बंदूक प्रणाली बोफोर्स होवित्जर के डिजाइनों पर आधारित है, जिसे 1980 के दशक में सेना में शामिल किया गया था और यह K-9 वज्र और M-777 अल्ट्रा लाइट हॉवित्जर के बाद सेना में शामिल होने वाली तीसरे प्रकार की तोप होगी.
स्रोत– ANI न्यूज़
उपरोक्त समाचार से LIC AAO Mains परीक्षा 2018 के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- जनरल बिपिन रावत भारतीय सेना के वर्तमान सेनाध्यक्ष हैं.



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