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भारतीय रेलवे और DMRC ने ऑटोमैटिक व्हील प्रोफाइल मेज़रमेंट सिस्टम के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

4 अप्रैल, 2025 को भारतीय रेलवे ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के साथ एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसका लक्ष्य ट्रेन के पहियों की जल्दी और सुरक्षित जांच के लिए ऑटोमैटिक व्हील प्रोफाइल मेजरमेंट सिस्टम नामक स्मार्ट मशीनें लगाना है। यह आधुनिक और बेहतर रेलवे रखरखाव की दिशा में एक कदम है।

4 अप्रैल, 2025 को भारतीय रेलवे ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसका लक्ष्य ट्रेन के पहियों की जल्दी और सुरक्षित जांच के लिए ऑटोमैटिक व्हील प्रोफाइल मेजरमेंट सिस्टम (AWPMS) नामक स्मार्ट मशीनें लगाना है। यह आधुनिक और बेहतर रेलवे रखरखाव की दिशा में एक कदम है।

AWPMS क्या है?

AWPMS का मतलब ऑटोमेटिक व्हील प्रोफाइल मेजरमेंट सिस्टम है। यह एक नई और उन्नत मशीन है जो ट्रेन के पहियों के आकार और स्थिति की जांच करती है। सबसे अच्छी बात यह है कि यह स्वचालित रूप से और पहियों को छुए बिना काम करती है। इसका मतलब है कि सिस्टम लेजर और तेज़ कैमरों का उपयोग करके वास्तविक समय में पहियों के घिसाव और आकार की जांच कर सकता है।

यह कैसे काम करता है?

AWPMS पहियों को देखने के लिए लेजर स्कैनर और हाई-स्पीड कैमरों का उपयोग करता है। यह सेकंड में सटीक परिणाम देता है और किसी व्यक्ति को हाथ से पहियों की जांच करने की आवश्यकता नहीं होती है। यदि इसे पहियों में कोई क्षति या समस्या मिलती है, तो यह तुरंत स्वचालित अलर्ट भेजता है। इससे रेलवे कर्मचारियों को समस्या को जल्दी से ठीक करने में मदद मिलती है, जिससे ट्रेन यात्रा सुरक्षित और तेज़ हो जाती है।

DMRC क्या करेगी?

समझौते के अनुसार, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन AWPMS मशीनों को खरीदने से लेकर उन्हें स्थापित करने और शुरू करने तक का सारा काम संभालेगा। कुल मिलाकर, भारतीय रेलवे नेटवर्क में अलग-अलग जगहों पर चार मशीनें लगाई जाएंगी।

यह महत्वपूर्ण क्यों है?

रेल मंत्रालय ने कहा कि आधुनिक रेलवे रखरखाव में यह एक बड़ा कदम है। इससे ट्रेनों की जांच और मरम्मत में लगने वाले समय को कम करने में मदद मिलेगी। इससे ट्रेन सेवाओं की समग्र गुणवत्ता में भी सुधार होगा। AWPMS जैसी स्मार्ट तकनीक से ट्रेनें अधिक सुरक्षित और समय पर चल सकती हैं।

साझेदारी के लाभ

इस साझेदारी से निम्नलिखित में भी मदद मिलेगी:

  • भारतीय रेलवे और DMRC के बीच प्रौद्योगिकी का आदान-प्रदान।
  • रेलवे कर्मचारियों का कौशल विकास
  • नवाचार और आधुनिक कार्य पद्धतियों को बढ़ावा देना।

समाचार का सारांश

आयोजन विवरण
समझौते की तिथि 04 अप्रैल 2025
शामिल पक्ष भारतीय रेलवे और दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन
मुख्य लक्ष्य स्वचालित व्हील प्रोफाइल मापन प्रणाली स्थापित करने के लिए
AWPMS क्या है? एक स्मार्ट मशीन जो लेजर का उपयोग करके स्वचालित रूप से ट्रेन के पहियों की जांच करती है
मशीनों की संख्या रेलवे के अलग-अलग स्थानों पर 4 मशीनें लगाई जाएंगी
मुख्य लाभ तेज और सुरक्षित पहिया जांच, बेहतर रेल सेवाएं, कम मैनुअल कार्य
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