भारत सरकार के स्वामित्व वाले सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, इंडियन बैंक ने राजस्थान में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के उद्यमियों के लिए अपना प्रमुख व्यवसाय सलाह कार्यक्रम – ‘एमएसएमई प्रेरणा’ शुरू किया है।”एमएसएमई प्रेरणा”, किसी भी बैंक द्वारा देश में एमएसएमई क्षेत्र के लिए अपनी तरह की पहली पहल है।
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इसका उद्देश्य एमएसएमई उद्यमियों को उनकी स्थानीय भाषाओं में कौशल विकास और क्षमता निर्माण प्रशिक्षण के माध्यम से सशक्त बनाना है तथा आवश्यक वित्तीय और प्रबंधकीय कौशल प्राप्त करने में सहायता करना, व्यवसाय में संकट से निपटने की क्षमता, क्रेडिट रेटिंग और जोखिम प्रबंधन की गतिशीलता की समझ बढ़ाना है ।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई)
- एमएसएमई का विनियमन ‘सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विकास अधिनियम, 2006 के तहत किया जाता है। इस कानून ने भारत में एमएसएमई को परिभाषित किया है।
- विनिर्माण या सेवा क्षेत्र में लगे उद्यमों या व्यवसायों को उनके कारोबार (बिक्री) और संयंत्र और मशीनरी में निवेश के आधार पर सूक्ष्म, लघु या मध्यम उद्यमों के रूप में परिभाषित किया गया है।
सूक्ष्म उद्यम:
सूक्ष्म उद्यम उन उद्यमों को कहते हैं जिसका वार्षिक कारोबार 5 करोड़ रुपये से कम होगा और जहाँ संयंत्र और मशीनरी या उपकरण में अधिकतम निवेश एक करोड़ रुपये से अधिक नहीं होगा।
लघु उद्यम:
उद्यम जहां संयंत्र और मशीनरी या उपकरण में निवेश दस करोड़ रुपये से अधिक नहीं है और जिसका वार्षिक कारोबार पचास करोड़ रुपये से अधिक नहीं है;
मध्यम उद्यम:
उद्यम जहां संयंत्र और मशीनरी या उपकरण में निवेश पचास करोड़ रुपये से अधिक है और वार्षिककारोबार ढाई सौ करोड़ रुपये से अधिक नहीं है।
इंडियन बैंक
यह भारत सरकार के स्वामित्व वाला एक सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है। इंडियन बैंक की स्थापना 1907 में एक निजी क्षेत्र के बैंक के रूप में हुई थी और 1969 में भारत सरकार द्वारा इसका राष्ट्रीयकरण किया गया था। 1 अप्रैल 2020 को इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक में विलय कर दिया गया।