तुर्की के अंताल्या में आयोजित अर्चरी विश्व कप 2024 का तीसरा चरण 23 जून, 2024 को समाप्त हुआ, जिसमें भारतीय तीरंदाजों ने अपने असाधारण कौशल का प्रदर्शन किया और कई पदक जीते। विश्व तीरंदाजी द्वारा 18-23 जून, 2024 तक आयोजित इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में भारत की टीम ने चार पदक – एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक जीते।
22 वर्षीय धीरज बोम्मादेवरा भारत के लिए एक स्टार कलाकार के रूप में रिकर्व स्पर्धाओं में दो कांस्य पदक हासिल किए।
व्यक्तिगत रिकर्व: बोम्मादेवरा, जो पहले ही 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं, ने पुरुषों के रिकर्व प्लेऑफ़ में कांस्य पदक जीता। उन्होंने इटली के ओलंपिक पदक विजेता मौरो नेस्पोली को 7-3 के स्कोर से हराया। इससे पहले बोम्मादेवरा सेमीफाइनल में दो बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता दक्षिण कोरिया के किम वूजिन से हार गए थे। किम ने फाइनल में ब्राजील के मार्कस डी’अल्मेडा को पछाड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता।
मिक्स्ड रिकर्व: भजन कौर के साथ मिलकर बोम्मदेवरा ने मिक्स्ड रिकर्व इवेंट में एक और कांस्य पदक हासिल किया। भारतीय जोड़ी ने कांस्य पदक के प्लेऑफ में अलेजांद्रा वालेंसिया और माटियास ग्रांडे की मैक्सिकन जोड़ी को 5-3 के स्कोर से मात दी।
भारतीय महिला कंपाउंड टीम ने अंताल्या स्पर्धा में जीत का शानदार सिलसिला जारी रखा।
स्वर्ण की हैट्रिक: अदिति स्वामी, ज्योति सुरेखा वेन्नम और परनीत कौर ने सीजन का लगातार तीसरा स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने फाइनल में लिसेल जाटमा, मीरी-मारिता पास और मैरिस टेट्समैन की एस्टोनियाई टीम पर जीत हासिल की।
प्रभावशाली रिकॉर्ड: यह जीत 2024 विश्व कप श्रृंखला में टीम का तीसरा स्वर्ण है, जिसमें जीत के बाद:
इसके अलावा, यह उनका चौथा विश्व कप स्टेज स्वर्ण है, जिसमें उन्होंने 2023 में पेरिस में आयोजित स्टेज 4 में भी जीत हासिल की थी।
इक्कीस साल के प्रियांश ने पुरूषों की व्यक्तिगत कंपाउंड स्पर्धा में रजत पदक जीतकर भारत की पदक तालिका में इजाफा किया। उन्हें फाइनल में नीदरलैंड के वर्ल्ड नंबर 1 माइक श्लोसेर से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा, अंततः दूसरे स्थान पर रहे।
तीरंदाजी विश्व कप, अपने मौजूदा प्रारूप में, पहली बार 2006 में विश्व तीरंदाजी द्वारा पेश किया गया था। 2024 संस्करण इस वार्षिक प्रतियोगिता का 18वां वर्ष है।
टूर्नामेंट संरचना: विश्व कप में चार चरण होते हैं, जिसमें दुनिया भर के विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। 2024 के चरण हैं:
1931 में स्थापित, विश्व तीरंदाजी तीरंदाजी के खेल के लिए वैश्विक शासी निकाय है। मुख्य तथ्य:
अंताल्या वर्ल्ड कप स्टेज पर भारतीय तीरंदाजों की सफलता देश में इस खेल में बढ़ती ताकत को दर्शाती है। धीरज बोम्मदेवारा के डबल कांस्य पदक ने भारत की तीरंदाजी में उनकी मजबूती को प्रकट किया, जबकि महिला कॉम्पाउंड टीम का निरंतर दबदबा उनके विश्वस्तरीय स्थान को सुनिश्चित करती है।
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