2024 के मार्च महीने के लिए अखिल भारतीय थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) संख्या पर आधारित मुद्रास्फीति की वार्षिक दर, मार्च, 2023 की तुलना में, 0.53% (अनंतिम) है। मार्च, 2024 में मुद्रास्फीति की सकारात्मक दर मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं, बिजली, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, मशीनरी और उपकरण तथा अन्य विनिर्मित सामानों आदि की कीमतों में बढोतरी के कारण है।
डब्ल्यूपीआई के प्रमुख समूहों में माह-दर-माह परिवर्तन
- प्राथमिक वस्तुएं (भार 22.62 प्रतिशत):- इस प्रमुख समूह का सूचकांक फरवरी, 2024 के 181.4 (अनंतिम) से मार्च, 2024 में 0.94 प्रतिशत बढ़कर 183.1 (अनंतिम) हो गया। कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस की कीमतें (1.35 प्रतिशत), खाद्य सामग्री (1.0 प्रतिशत), खनिज (0.58 प्रतिशत) और गैर-खाद्य सामग्री (0.44 प्रतिशत), फरवरी, 2024 की तुलना में, मार्च, 2024 में बढ़ीं।
- ईंधन और बिजली (भार 13.15 प्रतिशत): – इस प्रमुख समूह का सूचकांक फरवरी, 2024 के 155.1 (अनंतिम) से मार्च, 2024 में 0.06 प्रतिशत बढ़कर 155.2 (अनंतिम) हो गया। फरवरी, 2024 की तुलना में, बिजली की कीमतें (0.13 प्रतिशत) और खनिज तेल की कीमतों में (0.13 प्रतिशत) की वृद्धि मार्च, 2024 में दर्ज की गई। फरवरी, 2024 की तुलना में, मार्च, 2024 में कोयले की कीमतों में (-0.15 प्रतिशत) गिरावट आई।
- विनिर्मित उत्पाद (भार 64.23 प्रतिशत):- इस प्रमुख समूह का सूचकांक फरवरी, 2024 के 139.8 (अनंतिम) से मार्च, 2024 में 0.21 प्रतिशत बढ़कर 140.1 (अनंतिम) हो गया। 22 एनआईसी दो-अंकीय समूहों में से विनिर्मित उत्पादों के लिए, 11 समूहों में कीमतों में वृद्धि देखी गई, 9 समूहों में कीमतों में कमी देखी गई और 2 समूहों ने कीमतों में कोई बदलाव नहीं प्रदर्शित किया।
- डब्ल्यूपीआई खाद्य सूचकांक (भार 24.38 प्रतिशत): खाद्य सूचकांक, जिसमें प्राथमिक वस्तु समूह से ‘खाद्य सामग्री’ और विनिर्मित उत्पाद समूह से ‘खाद्य उत्पाद’ शामिल हैं, फरवरी, 2024 में 178.3 से बढ़कर मार्च, 2024 में 180.1 हो गया है। डब्ल्यूपीआई खाद्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति दर फरवरी, 2024 में 4.09 प्रतिशत से बढ़कर मार्च, 2024 में 4.65 प्रतिशत हो गई।
अतिरिक्त जानकारी
- जनवरी 2024 में, अंतिम WPI 0.33% की मुद्रास्फीति दर के साथ 151.2 थी।
- मार्च 2024 के WPI संकलन के लिए प्रतिक्रिया दर 83.6% थी।
- अप्रैल 2024 के लिए अगली WPI रिलीज़ 14 मई, 2024 को निर्धारित है।
- WPI के अनंतिम आंकड़ों में अंतिम संशोधन नीति के अनुसार संशोधन किया जाता है।