भारत और ब्रिटेन ने लंदन में केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह और ब्रिटेन के विज्ञान मंत्री जॉर्ज फ्रीमैन के बीच एक बैठक के बाद विज्ञान और नवाचार पर सहयोग करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। समक्षौते पर हस्ताक्षर के बाद केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच एक औपचारिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। हम जलवायु परिवर्तन और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्रों में सहयोग करना चाहते हैं।
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संयुक्त अनुसंधान योजनाएं और नेट जीरो इनोवेशन वर्चुअल सेंटर
यूके सरकार द्वारा प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि एमओयू का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन, महामारी की तैयारी, एआई और मशीन लर्निंग जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए नई संयुक्त अनुसंधान योजनाओं को शुरू करना है। यह समझौता एक नया यूके-इंडिया नेट ज़ीरो इनोवेशन वर्चुअल सेंटर स्थापित करता है जो औद्योगिक डीकार्बोनाइजेशन पर ध्यान केंद्रित करेगा। इस सहयोग में ब्रिटेन-भारत की वैज्ञानिक गहरी समुद्री यात्रा भी शामिल होगी।
यूके-भारत विज्ञान साझेदारी:
यूके सरकार ने न्यूटन-भाभा फंड के माध्यम से निर्मित यूके-भारत विज्ञान साझेदारी को जारी रखते हुए भारत को यूके के इंटरनेशनल साइंस पार्टनरशिप फंड के लिए एक भागीदार के रूप में नामित किया। नई साझेदारी दो नए संयुक्त यूके-भारत अनुसंधान कार्यक्रमों के साथ शुरू होगी। पहले कार्यक्रम को फ़ार्म्ड पशुओं की बीमारियों और स्वास्थ्य में शोध के लिए यूके की फ़ंडिंग में £5 मिलियन प्राप्त होंगे, जिसकी बराबरी भारत द्वारा की जाएगी। यह कार्यक्रम यूके और भारतीय शोधकर्ताओं को एआई, मशीन लर्निंग और बायो-इमेजिंग जैसे क्षेत्रों में कौशल, तकनीक और ज्ञान विकसित करने में सक्षम बनाएगा।