केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने घोषणा की है कि खेलो इंडिया नॉर्थईस्ट गेम्स अब हर साल आयोजित किए जाएंगे और ये भारत के आठ पूर्वोत्तर राज्यों में घुमावदार रूप से आयोजित होंगे। इस पहल का उद्देश्य क्षेत्र की अपार खेल प्रतिभा का विकास करना और पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देना है, जिससे पूर्वोत्तर को राष्ट्रीय खेल परिदृश्य में बेहतर तरीके से जोड़ा जा सके।
खबर क्यों?
केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने यह घोषणा 2025 के राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर्स समिट में नई दिल्ली में की। उन्होंने सरकार की उस प्रतिबद्धता पर जोर दिया, जो क्षेत्र को एक सक्रिय खेल केंद्र में बदलने की है, और साथ ही 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स और 2036 समर ओलंपिक्स की मेजबानी जैसी राष्ट्रीय आकांक्षाओं के अनुरूप है।
उद्देश्य और लक्ष्य
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पूर्वोत्तर में एक मजबूत खेल पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करना।
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जमीनी स्तर पर खेल प्रतिभा की पहचान और पोषण करना।
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पूर्वोत्तर के पारंपरिक और स्वदेशी खेलों को बढ़ावा देना।
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क्षेत्रीय क्षमता को बड़े पैमाने पर खेल आयोजन की मेजबानी के लिए प्रदर्शित करना।
पृष्ठभूमि और मुख्य विकास
खेलो इंडिया नॉर्थईस्ट गेम्स निम्नलिखित राज्यों में वार्षिक रूप से घुमावदार होंगे:
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अरुणाचल प्रदेश
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असम
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मणिपुर
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मेघालय
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मिज़ोरम
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नागालैंड
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सिक्किम
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त्रिपुरा
मंत्री ने पूर्वोत्तर को खेलों का एक शक्तिशाली केंद्र मानते हुए, क्षेत्र के भारत की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सफलता में योगदान को रेखांकित किया।
मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर और निवेश
खेलो इंडिया के तहत 2021 में 64 परियोजनाओं के लिए ₹439 करोड़ की मंजूरी दी गई, जिनमें शामिल हैं:
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सिंथेटिक टर्फ
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बहुउद्देशीय हॉल
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तैराकी पूल
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हॉस्टल
वर्तमान में उपलब्ध इंफ्रास्ट्रक्चर:
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86 खेल परियोजनाएं संचालन में
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250 खेलो इंडिया केंद्र (KICs) जिनमें 8,000+ खिलाड़ी
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8 खेलो इंडिया राज्य उत्कृष्टता केंद्र (KISCEs)
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3 राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (NCOEs) गुवाहाटी, इटानगर और इंफाल में
प्रतिभा खोज के लिए तकनीकी नवाचार
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नेशनल स्पोर्ट्स रिपॉजिटरी सिस्टम (NSRS) पोर्टल लॉन्च किया गया
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नागरिक संभावित खिलाड़ियों के वीडियो अपलोड कर सकते हैं
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SAI के स्काउट चयनित खिलाड़ियों को सत्यापित और शामिल करेंगे
खेलों में महिला सशक्तिकरण
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पूर्वोत्तर की 13,000 से अधिक लड़कियां ASMITA लीग में भाग ले चुकी हैं, जो महिलाओं के खेलों को बढ़ावा देने की एक प्रमुख पहल है।
पिछले सफलताएं
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खेलो इंडिया अष्टलक्ष्मी यूनिवर्सिटी गेम्स 2023 बड़ी सफलता थी।
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इसमें एथलेटिक्स, फुटबॉल, तीरंदाजी और मुक्केबाजी जैसे खेल शामिल थे।
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इसने पूर्वोत्तर की राष्ट्रीय स्तर के आयोजन की मेजबानी की क्षमता को प्रदर्शित किया।
सारांश / स्थिर जानकारी | विवरण |
खबर क्यों? | भारत में हर साल खेलो इंडिया नॉर्थईस्ट गेम्स का आयोजन: क्षेत्रीय खेलों को बढ़ावा |
घोषणा | खेलो इंडिया नॉर्थईस्ट गेम्स का वार्षिक आयोजन |
घोषणा करने वाले | केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया |
मंच | राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर्स समिट 2025 |
शामिल राज्य | पूर्वोत्तर के सभी 8 राज्य |
उद्देश्य | प्रतिभा खोज, अवसंरचना का विकास, सांस्कृतिक प्रचार |
पूर्वोत्तर खेल अवसंरचना में निवेश (2021) | ₹439 करोड़, 64 परियोजनाओं के लिए |
ASMITA लीग (लड़कियों की भागीदारी) | पूर्वोत्तर से 13,000+ खिलाड़ी |
प्रतिभा खोज उपकरण | नेशनल स्पोर्ट्स रिपॉजिटरी सिस्टम (NSRS) |
संचालित केंद्र | 250 खेलो इंडिया केंद्र (KICs), 8 खेलो इंडिया राज्य उत्कृष्टता केंद्र (KISCEs), 3 राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (NCOEs) |