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भारत पारंपरिक दवाओं पर आसियान देशों के सम्मेलन की मेजबानी करेगा

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आयुष मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, आसियान में भारतीय मिशन और आसियान सचिवालय के सहयोग से, 20 जुलाई, 2023 को आसियान देशों के लिए पारंपरिक दवाओं पर सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। आसियान (दक्षिण-पूर्वी देशों का संगठन) वियतनाम, कंबोडिया सहित दस एशियाई देशों का संगठन है और भारत आसियान रीजनल फोरम का सदस्य है। आयुष और पत्तन, पोत परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री सर्बानंद सोणोवाल के मुताबिक सम्मेलन में पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में नवीन अनुसंधान, प्रोद्योगिकी, शिक्षा, व्यापार आदि पर बात होगी और आसियान सदस्य देशों के साथ भारत अपने अनुभव को साझा करेगा।

 

सम्मेलन का उद्देश्य

सम्मेलन का उद्देश्य पारंपरिक दवाओं के क्षेत्र में भारत और आसियान देशों के बीच सहयोग और ज्ञान साझाकरण को मजबूत करना है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई “एक्ट ईस्ट पॉलिसी” ने भारत और आसियान के बीच रणनीतिक साझेदारी को एक नई गति दी है।

यह सम्मेलन आसियान देशों के लिये आयुष मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित विभिन्न परियोजनाओं के अनुसंधान परिणामों को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। इसी तरह, आसियान के सदस्य देश भी अपने अनुभव साझा करेंगे। यह सम्मेलन पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए आसियान सदस्य देशों के नियामक ढांचे में हाल के विकास को साझा करने के लिए एक मंच भी प्रदान करेगा।

 

आयुष मंत्रालय की वृद्धि और उपलब्धियाँ

  • 2014 में एक स्वतंत्र मंत्रालय बनने के बाद से आयुष मंत्रालय में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है।
  • अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और राष्ट्रीय संस्थानों के सहयोग से विभिन्न स्वास्थ्य स्थितियों में आयुष प्रणालियों पर उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान की अनुमति मिली है, जिसमें मधुमेह मेलेटस, कैंसर, मानसिक स्वास्थ्य जैसी गैर-संचारी बीमारियाँ और कोविड-19 जैसी संक्रामक बीमारियाँ शामिल हैं।
  • आसियान सम्मेलन पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में अनुसंधान परिणामों और अनुभवों को साझा करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा।
  • आयुष मंत्रालय ने पहले ही आयुष उत्पादों और सेवाओं के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए मजबूत अंतर्राष्ट्रीय सहयोग विकसित किया है।

 

पारस्परिक सहयोग के तहत आयुष मंत्रालय ने आसियान के सदस्य देशों- मलेशिया, मयम्मार, इंडोनेशिया और फिलीपींस के साथ साझेदारी विकसित की है। वियतनाम और थाईलैंड के साथ पारस्परिक सहयोग करीब-करीब स्थापित हो चुका है। योग, आयुर्वेद सहित आयुष की अन्य पद्धतियों का अध्ययन करने के लिये प्रति वर्ष भारत आने वाले आिसयान सहित अन्य विदेशी छात्रों को आयुष मंत्रालय छात्रवृत्ति प्रदान करता है। भारत में 250 से अधिक विदेशी छात्र इस समय आयुष की विभिन्न पद्धत्तियों का अध्ययन कर रहे हैं।

 

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुख्य बातें

  • केंद्रीय आयुष मंत्रालय मंत्री: सर्बानंद सोनोवाल
  • आयुर्वेद के जनक: चरक
  • आसियान का मुख्यालय: जकार्ता, इंडोनेशिया

 

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FAQs

आसियान की स्थापना कब हुई थी?

आसियान की स्थापना 8 अगस्त 1967 को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में की गई थी.