ब्रिटेन की एक कंसल्टेंसी संस्था आर्थिक और व्यापार अनुसंधान- सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (सीईबीआर) ने कहा है कि भारत 2035 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। वर्तमान में भारत पांचवें स्थान पर है। संस्था ने अपने वार्षिक वर्ल्ड इकोनॉमिक लीग टेबल में कहा कि अगले पांच वर्षों में, भारत के सकल घरेलू उत्पाद की वार्षिक वृद्धि दर औसतन छह दशमलव चार प्रतिशत रहने की उम्मीद है। इसके बाद के नौ वर्षों में विकास दर औसतन साढ़े छह प्रतिशत रहने की संभावना है।
सीईबीआर ने कहा है कि 2037 तक विश्व का सकल घरेलू उत्पाद दोगुना हो जाएगा क्योंकि विकासशील अर्थव्यवस्थाएं विकसित देशों के पास पहुंच जाएगी। ‘वर्ल्ड इकोनॉमिक लीग टेबल’ शीर्षक वाली इसकी वार्षिक रिपोर्ट विश्व स्तर पर और देशवार व्यापक आर्थिक विकास को ट्रैक करती है। इस रिपोर्ट में यहदुनिया के 191 देशों के लिए पूर्वानुमान प्रस्तुत करता है।
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26 दिसंबर 2022 को जारी रिपोर्ट के 14वें संस्करण के अनुसार, अगले पांच वर्षों में भारत की वार्षिक आर्थिक वृद्धि औसतन 6.4% रहने की उम्मीद है, और फिर उसके बाद के नौ वर्षों में भारत की विकास दर औसतन 6.5% रहने की उम्मीद है। यह उम्मीद करता है कि 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.8% की दर से बढ़ेगी। रिपोर्ट किए गए विकास प्रक्षेपवक्र में भारत 2022 में विश्व आर्थिक लीग तालिका में पांचवें स्थान से चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद 2037 तक वैश्विक रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अनुसार, भारत के 2027-28 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है। एसबीआई की इकोरैप (Ecowrap) की रिपोर्ट के अनुसार भारत के 2029 में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है। आईएमएफ के अनुसार 2022-23 में भारत के ग्रेट ब्रिटेन से आगे निकल जाने और संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी के बाद 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है।