भारत ने पेरिस में ‘क्राइस्टचर्च कॉल टू एक्शन’ पर हस्ताक्षर किए. यह समझौता मार्च में मस्जिदों पर हुए हमलों की पृष्ठभूमि में आया था और इसका उद्देश्य चरमपंथियों द्वारा इंटरनेट के दुरुपयोग को रोकना है.
पेरिस में आयोजित बैठक में माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, ट्विटर, फेसबुक और अमेज़न जैसे ऑनलाइन दिग्गजों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. भारत का प्रतिनिधित्व इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव अजय प्रकाश साहनी ने किया.
स्रोत: द हिंदू