मार्च 2025 में लंदन स्थित वैश्विक संपत्ति परामर्श फर्म नाइट फ्रैंक ने अपनी 19वीं ‘द वेल्थ रिपोर्ट 2025’ जारी की, जिसमें वैश्विक धन वितरण का विश्लेषण किया गया। रिपोर्ट के अनुसार, भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा हाई नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (HNWIs) वाला देश बन गया है। 2024 में भारत में 85,698 HNWIs थे, जो पिछले वर्ष की तुलना में 6% अधिक हैं।
वैश्विक HNWIs वृद्धि दर
रिपोर्ट के अनुसार, HNWIs को वे व्यक्ति माना गया है जिनके पास कम से कम 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर की निवेश योग्य संपत्ति है। 2024 में वैश्विक HNWI आबादी 4.4% बढ़कर 23,41,378 हो गई, जबकि 2023 में यह संख्या 22,43,300 थी।
शीर्ष 5 देश – HNWIs की संख्या (2024)
रैंक | देश | HNWIs की संख्या | वैश्विक HNWIs में प्रतिशत |
---|---|---|---|
1 | संयुक्त राज्य अमेरिका | 905,413 | 38.7% |
2 | चीन (मुख्यभूमि) | 471,634 | 20.1% |
3 | जापान | 122,119 | 5.2% |
4 | भारत | 85,698 | 3.7% |
5 | जर्मनी | 69,798 | 3.0% |
वैश्विक अरबपतियों के रुझान
- संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे अधिक अरबपति हैं, जिनकी कुल संपत्ति 5.7 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर है।
- चीन दूसरे स्थान पर है, जिसके अरबपतियों की कुल संपत्ति 1.34 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर है।
- अल्ट्रा-हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (UHNWIs), जिनकी संपत्ति 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है, उनकी संख्या पहली बार 1,00,000 के पार हो गई है।
- 2024 में नए अरबपतियों में 82% पुरुष थे, जो 2020 में 90% से कम हुआ है।
- 30 वर्ष से कम उम्र की महिला अरबपतियों की हिस्सेदारी 47% हो गई है, जिससे संपत्ति निर्माण में लिंग संतुलन की ओर बदलाव दिखाई दे रहा है।
भारत में संपन्न लोगों की स्थिति (2024)
- HNWIs की वृद्धि: रिपोर्ट के अनुसार, 2028 तक भारत में HNWIs की संख्या 9.4% बढ़कर 93,753 तक पहुंच सकती है।
- भारत में अरबपतियों की संख्या:
- 2024 में भारत में 191 अरबपति थे, जिससे यह दुनिया में तीसरे स्थान पर रहा।
- 2024 में 26 नए अरबपति जुड़े, जबकि 2019 में केवल 7 नए अरबपति थे।
- भारत में अरबपतियों की कुल संपत्ति 950 बिलियन अमेरिकी डॉलर आंकी गई, जो अमेरिका (5.7 ट्रिलियन) और चीन (1.34 ट्रिलियन) के बाद तीसरे स्थान पर है।
भारत में लक्जरी रियल एस्टेट का विकास
नाइट फ्रैंक के ‘प्राइम इंटरनेशनल रेजिडेंशियल इंडेक्स (PIRI) 2024’ में वैश्विक लक्जरी संपत्ति मूल्यों में 3.6% की वृद्धि दर्ज की गई।
भारत में लक्जरी रियल एस्टेट की स्थिति:
- दिल्ली: 2023 में 37वें स्थान से 2024 में 18वें स्थान पर पहुंची, लक्जरी रेजिडेंशियल कीमतों में 6.7% Y-o-Y वृद्धि हुई।
- बेंगलुरु: 59वें स्थान से 40वें स्थान पर पहुंचा।
- मुंबई: 21वें स्थान से गिरकर 28वें स्थान पर आ गया।
युवा संपन्न व्यक्तियों के निवेश रुझान
नाइट फ्रैंक ने पहली बार 18 से 35 वर्ष के युवा HNWIs का वैश्विक सर्वेक्षण किया, जिनकी वार्षिक आय 125,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक थी।
उनके पसंदीदा लक्जरी निवेश:
- लक्जरी रियल एस्टेट – 29.8%
- लक्जरी कारें – 27.8%
- प्राइवेट जेट्स – 15.1%
इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत में अमीरों की संख्या बढ़ती जा रही है और यह देश दुनिया की शीर्ष संपत्ति-संपन्न अर्थव्यवस्थाओं में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है।
श्रेणी | विवरण |
क्यों चर्चा में? | नाइट फ्रैंक की 19वीं ‘द वेल्थ रिपोर्ट 2025’ में वैश्विक संपत्ति वितरण को उजागर किया गया, जिसमें भारत HNWI आबादी में चौथे स्थान पर रहा। |
भारत की HNWI रैंकिंग (2024) | भारत में 85,698 HNWIs हैं, जो 6% वार्षिक वृद्धि दर्शाते हैं। |
वैश्विक HNWI वृद्धि | – कुल वैश्विक HNWIs: 23,41,378 (4.4% वृद्धि 2023 से)। – शीर्ष 3 क्षेत्र जहां HNWI वृद्धि सर्वाधिक रही: 1. संयुक्त राज्य अमेरिका – 5.2% वृद्धि। 2. एशिया – 5% वृद्धि। 3. अफ्रीका – 4.7% वृद्धि। |
शीर्ष 5 देश (HNWI आबादी, 2024) | 1. संयुक्त राज्य अमेरिका – 905,413 (38.7%)। 2. चीन (मुख्यभूमि) – 471,634 (20.1%)। 3. जापान – 122,119 (5.2%)। 4. भारत – 85,698 (3.7%)। 5. जर्मनी – 69,798 (3.0%)। |
वैश्विक अरबपति प्रवृत्तियां | – संयुक्त राज्य अमेरिका सबसे आगे, अरबपतियों की कुल संपत्ति 5.7 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर। – चीन दूसरे स्थान पर, 1.34 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर। – UHNWIs (जिनकी संपत्ति >100 मिलियन अमेरिकी डॉलर) पहली बार 1,00,000 के पार। – नए अरबपतियों में लिंग संतुलन: 82% पुरुष (2020 में 90% से कम), 30 वर्ष से कम उम्र की 47% महिलाएं। |
भारत में अरबपतियों की वृद्धि (2024) | – भारत दुनिया में तीसरे स्थान पर (191 अरबपति)। – 26 नए अरबपति (2019 में मात्र 7 थे)। – 12% वार्षिक वृद्धि। – कुल अरबपति संपत्ति: 950 बिलियन अमेरिकी डॉलर। |
भविष्य की संभावनाएं (भारत) | – 2028 तक भारत की HNWI आबादी 9.4% बढ़कर 93,753 हो सकती है। |
लक्जरी रियल एस्टेट प्रवृत्तियां (भारत) | – दिल्ली: लक्जरी संपत्ति कीमतों में 6.7% YoY वृद्धि (PIRI रैंक: 37वें से 18वें स्थान पर)। – बेंगलुरु: 59वें से 40वें स्थान पर पहुंचा। – मुंबई: 21वें से गिरकर 28वें स्थान पर आया। |
नई पीढ़ी के धनवानों की निवेश प्राथमिकताएं | – लक्जरी रियल एस्टेट – 29.8%। – लक्जरी कारें – 27.8%। – प्राइवेट जेट्स – 15.1%। |