अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (IWD), जो हर साल 8 मार्च को मनाया जाता है, महिलाओं की सांस्कृतिक, राजनीतिक और सामाजिक-आर्थिक उपलब्धियों को पहचानने का एक वैश्विक मंच प्रदान करता है। यह दिन कार्यस्थल पर लैंगिक समानता की प्रगति और शेष चुनौतियों का आकलन करने का अवसर भी देता है।
द इकोनॉमिस्ट द्वारा संकलित ग्लास-सीलिंग इंडेक्स (GCI) 2025, कार्यरत महिलाओं के लिए सर्वश्रेष्ठ और सबसे कठिन देशों की तुलनात्मक समीक्षा प्रस्तुत करता है। इस साल स्वीडन ने आइसलैंड को पछाड़कर कार्यरत महिलाओं के लिए सर्वश्रेष्ठ देश का स्थान फिर से हासिल किया है। वहीं, जापान, तुर्की और दक्षिण कोरिया जैसी अर्थव्यवस्थाएँ सामाजिक मानदंडों और वेतन असमानता के कारण अब भी संघर्षरत हैं।
वैश्विक रुझान: महिलाओं की कार्यबल भागीदारी
राजनीतिक परिदृश्य: चुनावी वर्ष में ऐतिहासिक भागीदारी
2024 में महिला राजनीतिक भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। OECD के अनुसार, संसदीय प्रतिनिधित्व में महिलाओं की औसत भागीदारी 34% हो गई, जो लैंगिक समावेशिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति है।
- जापान में महिला प्रतिनिधित्व 10% से बढ़कर 16% हो गया।
- ब्रिटेन में यह 35% से बढ़कर 41% हो गया।
- अमेरिका में महिला संसदीय भागीदारी 28.7% पर आ गई, जो मामूली गिरावट को दर्शाती है।
हालांकि, यह आंकड़े महिला नेतृत्व में वृद्धि को दर्शाते हैं, फिर भी कई देश अभी भी पूर्ण लैंगिक समानता प्राप्त करने से दूर हैं।
आर्थिक संकेतक: प्रगति और चुनौतियाँ
- कॉर्पोरेट बोर्ड में महिलाओं की हिस्सेदारी 33% तक पहुँच गई।
- महिला श्रम बल भागीदारी दर 66.6% हो गई, जो पिछले वर्ष 65.8% थी।
- पुरुषों की श्रम भागीदारी दर 81% होने के कारण, यह अंतर अब भी काफी अधिक है।
हालांकि महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है, फिर भी वेतन असमानता, पदोन्नति में भेदभाव और शीर्ष प्रबंधन में कम उपस्थिति जैसी चुनौतियाँ बनी हुई हैं।
2025 में कार्यरत महिलाओं के लिए शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ देश
रैंक | देश | क्षेत्र |
---|---|---|
1 | फ्रांस | यूरोप |
2 | स्पेन | यूरोप |
3 | ऑस्ट्रेलिया | ओशिनिया |
4 | स्वीडन | यूरोप |
5 | पुर्तगाल | यूरोप |
6 | नॉर्वे | यूरोप |
7 | फ़िनलैंड | यूरोप |
8 | डेनमार्क | यूरोप |
9 | न्यूज़ीलैंड | ओशिनिया |
10 | आइसलैंड | यूरोप |
प्रमुख निष्कर्ष
- फ्रांस ने पहली रैंक हासिल की, जिसकी वजह प्रगतिशील कार्यस्थल नीतियाँ, मजबूत पितृत्व अवकाश नियम और बोर्डरूम में बढ़ती महिला भागीदारी रही।
- स्पेन और ऑस्ट्रेलिया ने वेतन समानता और नेतृत्व के अवसरों में सुधार के कारण उच्च रैंकिंग प्राप्त की।
- न्यूज़ीलैंड ने आठ स्थानों की छलांग लगाकर शीर्ष 5 में प्रवेश किया।
- नॉर्डिक देश (स्वीडन, नॉर्वे, फ़िनलैंड, डेनमार्क) अपने कार्य-जीवन संतुलन और लैंगिक समानता कानूनों के कारण उच्च स्थान पर बने हुए हैं।
2025 रैंकिंग में महत्वपूर्ण बदलाव
स्वीडन फिर से शीर्ष पर
स्वीडन ने आइसलैंड को पीछे छोड़ते हुए कार्यरत महिलाओं के लिए सबसे अच्छा देश बनने का गौरव प्राप्त किया। इसके कारण हैं:
- संतुलित मातृत्व एवं पितृत्व अवकाश नीतियाँ।
- न्यायसंगत कॉर्पोरेट संरचनाएँ, जिनमें उच्च महिला भागीदारी है।
- कार्यस्थल भेदभाव के खिलाफ मजबूत कानूनी सुरक्षा।
दक्षिण कोरिया की रैंकिंग में सुधार
- दक्षिण कोरिया ने 11 वर्षों में पहली बार सुधार दर्ज किया और 28वें स्थान पर पहुँच गया।
- वेतन असमानता कम करने के लिए नई नीतियाँ लागू की गईं।
- महिला श्रम बल भागीदारी बढ़ाने के प्रयास किए गए।
- हालांकि, सामाजिक अपेक्षाएँ और सीमित नेतृत्व अवसर अभी भी चुनौती बने हुए हैं।
सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले देश
रैंकिंग के निचले स्तर पर जापान, तुर्की और दक्षिण कोरिया अभी भी कार्यस्थल पर लैंगिक असमानता से जूझ रहे हैं।
- प्रबंधन में महिलाओं की संख्या 17% से भी कम।
- संसदीय प्रतिनिधित्व 20% से कम।
- कॉर्पोरेट बोर्ड में महिला भागीदारी 21% से कम।
तुर्की को इस वर्ष महिलाओं के लिए सबसे कठिन कार्यस्थल वातावरण वाला देश घोषित किया गया, जिसका कारण व्यवस्थित लैंगिक भेदभाव और अपर्याप्त कार्यस्थल सुरक्षा उपाय हैं।