PLOS बायोलॉजी में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन में पाया गया है कि मानव का पृथ्वी की सतह के 84% हिस्से की प्रजातियों पर प्रभाव पर होता है और भारत ऐसे प्रभावों में 16 वें स्थान पर है, जिसमें औसतन 35 प्रजातियां प्रभावित हुई हैं. मलेशिया सबसे अधिक प्रभावित प्रजातियों (125) वाले देशों में प्रथम स्थान पर है.
भारत के पश्चिमी घाट, हिमालय और उत्तर-पूर्व में दक्षिण पूर्व एशियाई उष्णकटिबंधीय वन, खतरे की प्रजातियों के ‘हॉटस्पॉट’ में हैं. हालाँकि, ये बहुत सारे क्षेत्र ‘कूल-स्पॉट’ भी हैं (दुनिया का आखिरी आश्रय जहां खतरे वाली प्रजातियों की उच्च संख्या अभी भी कायम है).
स्रोत: द हिंदू