2019 ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) ने दर्शाया कि दुनिया भर में भूख और कुपोषण का स्तर गंभीर श्रेणी में आ गया है। सूचकांक के अनुसार, भारत 30.3 के स्कोर पर 117 योग्य देशों में से 102वें स्थान पर है।
ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) के मुताबिक भारत 2010 में 95वें स्थान से गिरकर 2019 में 102वें स्थान पर आ गया है, जिसमें बच्चों का वज़न उनकी लम्बाई के अनुसार नहीं है, बाल मृत्यु दर ज़्यादा है और बच्चे कुपोषित हैं। बेलारूस, यूक्रेन, तुर्की, क्यूबा और कुवैत सहित 17 देश 5 से कम GHI स्कोर के साथ शीर्ष रैंक पर हैं।
भूख पीड़ितों की श्रेणी में केवल चार देश हैं मैडागास्कर, चाड, यमन और अत्यंत खतरनाक भूख श्रेणी में केंद्रीय अफ्रीकी गणराज्य। रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि जलवायु परिवर्तन के कारण भूख का संकट चुनौतीपूर्ण स्तर पर पहुंच गया है और इससे दुनिया के पिछड़े क्षेत्रों में लोगों के लिए भोजन की उपलब्धता और कठिन हो गयी है।
ग्लोबल हंगर इंडेक्स एक पीर-रिव्युड वार्षिक रिपोर्ट है, जिसे संयुक्त रूप से Concern Worldwide and Welthungerhilfe द्वारा प्रकाशित किया गया है, जिसे वैश्विक, क्षेत्रीय और देश स्तरों पर व्यापक रूप से भूख को मापने और ट्रैक करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। GHI का उद्देश्य दुनिया भर में भूखमरी को कम करना है।
स्रोत: द बिजनेस स्टैंडर्ड