राजस्थान में पाकिस्तानी सीमा के साथ लगे भारत के सीमावर्ती क्षेत्र जल्द ही (renewable energy) अक्षय ऊर्जा से लैस किए जाएंगे। राज्य सरकार जल्द ही अल्ट्रा मेगा रिन्यूअल एनर्जी पावर पार्क स्थापित करने के लिए राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (National Thermal Power Corporation) और भारतीय सौर ऊर्जा निगम (Solar Energy Corporation of India) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेगी।
सीमावर्ती क्षेत्रों के आस-पास स्थापित किया जाने वाला यह पार्क 8,000 मेगावाट क्षमता का होगा, जिसमें 4,310 मेगावाट पवन ऊर्जा; सौर ऊर्जा से 3,760 मेगावाट और बायोमास से 120 मेगावाट ऊर्जा शामिल है। वर्तमान में, राजस्थान की सौर उत्पादन क्षमता 4,883 मेगावाट है।
राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम लिमिटेड (Rajasthan Renewable Energy Corporation Limited) NTPC और SECI के साथ एक अलग समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेगा, जो भारत सरकार मेगा पावर पार्क परियोजना को पूरा करने के लिए होगा। राजस्थान में 1000 किलोमीटर से अधिक लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा है, जहां वर्तमान में पारंपरिक तरीकों से बिजली की आपूर्ति की जाती है। राजस्थान सरकार ने 50,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 10,000 मेगावाट हरित ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए सौर ऊर्जा पार्क स्थापित करने के एक प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। राज्य ने पांच स्थानों पर सौर ऊर्जा पार्क और एक सौर पैनल विनिर्माण इकाई स्थापित करने के लिए अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के प्रस्ताव को मंजूरी दी है जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर लगभग 7,500 रोजगार का सृजन करेगा।