एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भारत का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला, जो 27 से 31 मई तक गुमी, कोरिया गणराज्य में आयोजित हुआ। भारत ने कुल 24 पदक (8 स्वर्ण, 10 रजत, 6 कांस्य) जीतकर कुल पदक तालिका में दूसरा स्थान हासिल किया। भारत से 60 से अधिक एथलीटों ने 30 स्पर्धाओं में भाग लिया और विशेष रूप से मिडिल डिस्टेंस रेस, रिले और हर्डल्स में भारत की गहरी प्रतिभा और वर्चस्व दिखाया।
समाचार में क्यों?
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भारत की ऐतिहासिक पदक जीत और कई व्यक्तिगत/टीम प्रदर्शन चर्चा का केंद्र बने।
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कुछ खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़े।
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यह प्रतियोगिता पेरिस ओलंपिक 2026 की तैयारी के लिए एक अहम मंच रही।
भारत की भागीदारी का विवरण
बिंदु | विवरण |
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प्रतियोगिता | एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 (26वां संस्करण) |
तिथि | 27 – 31 मई 2025 |
स्थान | गुमी, कोरिया गणराज्य |
भारतीय खिलाड़ी | 60+ |
घोषित इवेंट्स | कुल 30 (15 पुरुष, 14 महिला, 1 मिश्रित) |
कुल पदक | 24 (8 स्वर्ण, 10 रजत, 6 कांस्य) |
कुल रैंकिंग | द्वितीय स्थान (चीन पहले स्थान पर) |
खिलाड़ी / टीम | स्पर्धा |
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गुलवीर सिंह | पुरुष 10,000 मीटर व 5,000 मीटर (डबल गोल्ड) |
अविनाश साबले | पुरुष 3000 मीटर स्टीपलचेज |
ज्योति याराजी | महिला 100 मीटर बाधा दौड़ (टाइटल डिफेंड किया) |
मिश्रित 4×400 मीटर रिले | संतोष, रूपल, विशाल, शुभा |
महिला 4×400 मीटर रिले | जिश्ना, रूपल, कुञ्जा, शुभा |
पूजा सिंह | महिला हाई जंप |
नंदिनी अगसारा | हेप्टाथलॉन (सात स्पर्धाओं की संयुक्त प्रतियोगिता) |
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रूपल चौधरी (400 मीटर)
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पूजा (1500 मीटर)
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पारुल चौधरी (3000 मीटर स्टीपलचेज व 5000 मीटर – 2 रजत)
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तेजस्विन शंकर (डेकैथलॉन)
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प्रवीण चित्रवेल (ट्रिपल जंप)
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महिला 4×100 मीटर रिले टीम
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पुरुष 4×400 मीटर रिले टीम
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एंसी सोजन (लॉन्ग जंप)
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सचिन यादव (जेवलिन थ्रो)
कांस्य पदक विजेता
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विथ्या रामराज (400 मीटर बाधा दौड़)
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अनीमेश कुजूर (200 मीटर)
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शैलि सिंह (लॉन्ग जंप)
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पूजा (800 मीटर)
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यूनूस शाह (1500 मीटर)
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सर्विन सेबस्टियन (20 किमी वॉक)
महत्वपूर्ण तथ्य व रिकॉर्ड
रिकॉर्ड | खिलाड़ी |
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राष्ट्रीय रिकॉर्ड (3000m स्टीपलचेज) | पारुल चौधरी |
राष्ट्रीय रिकॉर्ड (200m दौड़) | अनीमेश कुजूर |
2023 मिक्स्ड रिले की एकमात्र दोहराई गई सदस्य | शुभा वेंकटेशन |
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भारत की रिले रेस में लगातार श्रेष्ठता कायम रही।
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यह प्रदर्शन एशिया में भारत की एथलेटिक ताकत को दर्शाता है।
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भारत की ओलंपिक तैयारी को बल मिला।