वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण एफडीआई में कमी के बावजूद भारत विश्व अर्थव्यवस्था में एक उज्ज्वल स्थान बना हुआ है। भारत के विकास कारकों में एक बड़ा श्रम बाजार, सक्षम नीतियां और एक विस्तारित डिजिटल अर्थव्यवस्था शामिल हैं।
| Sector | FDI Inflows (in USD billions) |
|---|---|
| कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर | 9.39 |
| सेवा क्षेत्र | 8.70 |
| व्यापार | 4.79 |
| औषध और फार्मास्यूटिकल्स | 2.05 |
| ऑटोमोबाइल उद्योग | 1.90 |
| रसायन | 1.85 |
| निर्माण (बुनियादी ढाँचा) गतिविधियाँ | 1.70 |
| Investor Country | FDI Inflows (in USD billions) |
|---|---|
| सिंगापुर | 17.20 |
| मॉरीशस | 6.13 |
| संयुक्त राज्य अमेरिका | 6.04 |
| संयुक्त अरब अमीरात | 3.35 |
| नीदरलैंड | 2.49 |
| Indian States | FDI Inflows (in USD billions) |
|---|---|
| महाराष्ट्र | 14.80 |
| कर्नाटक | 10.42 |
| दिल्ली | 7.53 |
| गुजरात | 4.71 |
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