Categories: National

भारत 2026 तक दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सौर निर्माता बन जाएगा

भारत ने हाल ही में नवीनीकरणीय ऊर्जा की ओर महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिसमें सौर ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित है। देश ने अपनी सौर ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने के लक्ष्यों को तेजी से बढ़ाया है और इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए विभिन्न कदम उठाए गए हैं। इस लक्ष्य के साथ-साथ, भारत 2026 तक दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सौर उत्पादक बनने की उम्मीद है।

Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams

भारत: दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सौर विनिर्माण देश:

भारत ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन (IBEF) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत की सोलर उत्पादन क्षमता को निर्धारित लक्ष्य के अनुसार 2030 तक 10 जीडब्ल्यू से 50 जीडब्ल्यू तक बढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही, इस क्षमता में वृद्धि से करीब 3 लाख (300,000) सीधे रोजगार और 9 लाख (900,000) असीमित रोजगार के संभावित उत्पादन की संभावना है।

सरकार के प्रयास: भारत का सौर विनिर्माण उद्योग:

भारत के सौर उत्पादन उद्योग को वैद्युतिक ऊर्जा पर सरकार के ध्यान और राष्ट्रीय सौर मिशन जैसी पहलों के कारण एक बूस्ट मिला है। सरकार ने घरेलू सौर उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न नीतियां और योजनाएं भी शुरू की हैं, जैसे कि उत्पादन-संबंधित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना। इस योजना के तहत, सरकार ने सोलर पीवी सेगमेंट के लिए 4,500 करोड़ रुपये (60 करोड़ डॉलर) का बजट अलग किया है, जो 10 जीडब्ल्यू के उत्पादन क्षमता को बढ़ाने की उम्मीद है।

इसके अलावा, कई भारतीय कंपनियां सौर उर्जा निर्माण में निवेश कर रही हैं। उदाहरण के लिए, आदानी सोलर ने गुजरात में 1.2 जीडब्ल्यू सोलर सेल और मॉड्यूल निर्माण सुविधा स्थापित की है। टाटा पावर सोलर बैंगलोर में 1.1 जीडब्ल्यू क्षमता वाली एक निर्माण इकाई रखता है, जबकि Waaree Energies महाराष्ट्र और गुजरात में तीन सुविधाओं में 2 जीडब्ल्यू क्षमता रखता है। इन कंपनियों के साथ, अन्य कंपनियों की उम्मीद है कि वे आने वाले वर्षों में अपनी क्षमता बढ़ाएंगे।

नवीकरणीय ऊर्जा के लिए वैश्विक मांग:

भारत की सौर उत्पादन उद्योग ने वैश्विक ऊर्जा की मांग के कारण भी एक बढ़ावा प्राप्त किया है। जैसे-जैसे दुनिया भर के देश साफ ऊर्जा की ओर रुख कर रहे हैं, सोलर पैनल और अन्य सौर उपकरणों की मांग बढ़ने की उम्मीद है। इससे भारतीय निर्माताओं के लिए वैश्विक बाजार में अवसर पैदा होता है।

संक्षेप में, भारत के सौर उत्पादन उद्योग को आगे बढ़ाने की उम्मीद है, और अनुमान है कि 2026 तक भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सौर उत्पादक देश बन जाएगा। नवीन ऊर्जा पर सरकार का ध्यान, पीएलआई योजना जैसी पहलों, और सौर उपकरणों की वैश्विक मांग के कारण यह विस्तार होने की उम्मीद है। उद्योग की वृद्धि से रोजगार के निर्माण की उम्मीद है और इससे देश के आर्थिक विकास में भी योगदान होगा।

Find More National News Here

[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
shweta

Recent Posts

MEITY और MEA ने DigiLocker के जरिए पेपरलेस पासपोर्ट वेरिफिकेशन शुरू किया

भारत में डिजिटल इंडिया को बड़ा प्रोत्साहन देते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY)…

32 mins ago

World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्यों मनाया जाता है?

हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…

4 hours ago

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…

4 hours ago

संयुक्त राष्ट्र प्रणाली: मुख्य निकाय, कोष, कार्यक्रम और विशेष एजेंसियां

यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…

6 hours ago

मिज़ोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का 73 वर्ष की उम्र में निधन

मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…

8 hours ago