अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) हाल ही में एक साइबर अपराध का शिकार हुई, जिसमें वायर ट्रांसफर के जरिए लगभग 2.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ है। ESPNCricinfo ने बताया कि फिशिंग की घटना, पिछले साल अमेरिका से हुई थी। रिपोर्ट में कहा गया है, “धोखेबाजों ने यह वित्तीय घोटाला करने के लिए बिजनेस ई-मेल कॉम्प्रोमाइज (BEC), जिसे ई-मेल खाता कॉम्प्रोमाइज भी कहा जाता है, का इस्तेमाल किया था।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
अमेरीकी जांज एजेंसी फैड्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (FBI) इसे ‘आर्थिक रूप से सबसे अधिक हानिकारक ऑनलाइन अपराधों में से एक’ के रूप में मानती है’। जानकारी के अनुसार इसकी जांच चल रही है लेकिन परिषद इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती है। हालांकि, घोटाला कैसे हुआ यह अभी पता नहीं चल सका है। यह अभी तक पता नहीं चल सका नहीं है कि धोखेबाजों ने ICC के खाते से धन ट्रांसफर करने के लिए वास्तव में किस रास्ते का सहारा लिया – क्या वे सीधे दुबई मुख्यालय में किसी के संपर्क में थे, या ICC विक्रेता या सलाहकार को टारगेट किया था।
फिशिंग साइबर अपराधियों द्वारा वैध संस्थानों का रूप लेकर चुनिंदा व्यक्तियों से संवेदनशील जानकारी प्राप्त करने का एक गैरकानूनी तरीका है। जिसमें आमतौर पर ईमेल का इस्तेमाल किया जाता है। यह दुनिया भर में होने वाले सबसे आम घोटालों में से एक है। BEC घोटाला फिशिंग का एक रूप है, जहाँ कंपनियों और व्यक्तियों को बरगलाया जाता है और वायर ट्रांसफर करने के लिए राजी किया जाता है।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
जम्मू-कश्मीर ने सार्वजनिक सेवाओं के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।…
जर्मन एयरोस्पेस इंजीनियर मिची बेंटहॉस अंतरिक्ष यात्रा करने वाली पहली व्हीलचेयर उपयोगकर्ता व्यक्ति बनने जा…
अंतरराष्ट्रीय मानव एकजुटता दिवस 2025 हर वर्ष 20 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिवस…
भारत के नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को वैश्विक स्तर पर बड़ी पहचान मिली है। NASA इंटरनेशनल…
हुरुन रिच लिस्ट 2025 ने एक बार फिर भारत के तेज़ी से बदलते स्टार्टअप और…
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने शून्य-कूपन बॉन्ड (Zero-Coupon Bonds) को अब ₹10,000 के…