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ICAI ने 2025-26 के लिए नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की नियुक्ति की

भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान (ICAI) ने सीए. चरनजोत सिंह नंदा को अपना 73वां अध्यक्ष और सीए. प्रसन्न कुमार डी को उपाध्यक्ष नियुक्त करने की घोषणा की है। इनका कार्यकाल 2025-26 के लिए होगा और यह नेतृत्व 12 फरवरी 2025 से प्रभावी होगा। ICAI, जो भारत में लेखा पेशे का नियमन करता है, ने इन दोनों अनुभवी पेशेवरों को उच्च व्यावसायिक मानकों को बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी है।

ICAI के नए नेता कौन हैं?

सीए. चरनजोत सिंह नंदा, जो ICAI के नए अध्यक्ष चुने गए हैं, पिछले तीन दशकों से लेखा पेशे से जुड़े हुए हैं। उन्होंने 1991 में चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और 2004 से ICAI की केंद्रीय परिषद में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। उन्होंने आंतरिक ऑडिट मानक बोर्ड (Internal Audit Standards Board) और प्रबंधन लेखांकन समिति (Committee on Management Accounting) सहित कई महत्वपूर्ण ICAI समितियों की अध्यक्षता की है। उनकी शैक्षिक पृष्ठभूमि में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के एम.एल.एन. कॉलेज से वाणिज्य स्नातक (B.Com) शामिल है, जहां वे लगातार मेरिट सूची में रहे।

सीए. प्रसन्न कुमार डी, जो नए उपाध्यक्ष चुने गए हैं, लेखा और व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक अनुभव रखते हैं। उन्होंने चेन्नई के लोयोला कॉलेज से प्राणीशास्त्र में स्नातक और श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय, तिरुपति से समाजशास्त्र में एम.ए. किया। उन्होंने 1984 में चार्टर्ड अकाउंटेंसी पूरी की और तीन दशकों से अधिक समय तक ICAI के सक्रिय सदस्य रहे। वे लगातार तीन कार्यकालों तक केंद्रीय परिषद के सदस्य रहे और संस्थान की नीतियों और मानकों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

ICAI में इस नेतृत्व परिवर्तन का क्या प्रभाव होगा?

यह बदलाव सीए. रंजीत कुमार अग्रवाल से नेतृत्व की बागडोर ग्रहण करने का प्रतीक है, जिन्होंने 2024-25 में 72वें अध्यक्ष के रूप में सेवा दी। उनके कार्यकाल में, ICAI ने भारत के आर्थिक ढांचे में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की भूमिका को मजबूत करने की दिशा में काम किया। सीए. नंदा, जो अग्रवाल के कार्यकाल में उपाध्यक्ष थे, अब इन पहलों को और आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी संभालेंगे।

इस नए नेतृत्व के तहत, ICAI का मुख्य ध्यान वैश्विक स्तर पर अपनी उपस्थिति को और मजबूत करने, व्यावसायिक शिक्षा को उन्नत करने और नियामक ढांचे को सुदृढ़ करने पर रहेगा। यह संस्था, जो विश्व के सबसे बड़े लेखा संगठनों में से एक है, 4 लाख से अधिक सदस्यों और 8.5 लाख छात्रों के नेटवर्क का प्रबंधन करती है। इसके अंतर्गत 5 क्षेत्रीय परिषदें, भारत में 175 शाखाएं और 47 देशों में 50 ओवरसीज चैप्टर शामिल हैं।

भारत के वित्तीय क्षेत्र में ICAI की क्या भूमिका है?

1949 में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स अधिनियम (Chartered Accountants Act) के तहत स्थापित ICAI, कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय (Ministry of Corporate Affairs) के अधीन कार्य करता है। यह भारत में वित्तीय पारदर्शिता बनाए रखने, पेशेवर नैतिकता सुनिश्चित करने और चार्टर्ड अकाउंटेंसी पेशे को विनियमित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

नए नेतृत्व के साथ, ICAI अपने मुख्य लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करता रहेगा— सुशासन को बेहतर बनाना, वित्तीय रिपोर्टिंग में पारदर्शिता को बढ़ावा देना और एक मजबूत पेशेवर समुदाय के माध्यम से आर्थिक विकास का समर्थन करना। नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष इन प्रयासों का नेतृत्व करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि ICAI भारत के वित्तीय क्षेत्र में एक प्रमुख भूमिका निभाता रहे।

मुख्य बिंदु विवरण
क्यों चर्चा में? ICAI ने सीए. चरनजोत सिंह नंदा को अध्यक्ष और सीए. प्रसन्न कुमार डी को उपाध्यक्ष नियुक्त किया है (कार्यकाल 2025-26)।
नए ICAI अध्यक्ष सीए. चरनजोत सिंह नंदा (73वें अध्यक्ष)
नए ICAI उपाध्यक्ष सीए. प्रसन्न कुमार डी
प्रभावी तिथि 12 फरवरी 2025
पूर्ववर्ती अध्यक्ष सीए. रंजीत कुमार अग्रवाल (72वें अध्यक्ष, 2024-25)
ICAI की भूमिका कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के अंतर्गत भारत में चार्टर्ड अकाउंटेंसी पेशे का नियमन करता है।
ICAI की शक्ति 4 लाख से अधिक सदस्य, 8.5 लाख छात्र (वैश्विक स्तर पर)
वैश्विक उपस्थिति 5 क्षेत्रीय परिषदें, भारत में 175 शाखाएं, 47 देशों में 50 ओवरसीज चैप्टर
ICAI ने 2025-26 के लिए नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की नियुक्ति की |_3.1