भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास (आईआईटी-मद्रास) और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मशीन (आईबीएम) ने भारत में क्वांटम कंप्यूटिंग अनुसंधान और प्रतिभा विकास में सुधार के लिए सहयोग किया है। IIT मद्रास इस समझौते के माध्यम से 180 से अधिक संगठनों की IBM क्वांटम नेटवर्क की वैश्विक सदस्यता में शामिल हुआ। आईआईटी मद्रास क्वांटम कंप्यूटिंग को बढ़ाने और “पहले भारतीय विश्वविद्यालय” के रूप में व्यावसायिक अनुप्रयोग मामलों की जांच करने के लिए आईबीएम क्वांटम तकनीक का उपयोग करके फॉर्च्यून 500 निगमों, स्टार्ट-अप, शैक्षणिक संस्थानों और अनुसंधान प्रयोगशालाओं के वैश्विक नेटवर्क में शामिल हो गया।
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आईबीएम और आईआईटी मद्रास सहयोग: प्रमुख बिंदु
- आईबीएम के साथ साझेदारी से आईआईटी मद्रास के संकाय सदस्यों, शोधार्थियों एवं छात्रों की आईबीएम क्वांटम सिस्टम और आईबीएम क्लाउड से जुड़े तंत्र तक पहुँच सुनिश्चित हो सकेगी।
- इससे छात्रों को क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे उभरते क्षेत्र में भविष्य के अवसरों के दृष्टिकोण से स्वयं को तैयार करने में मदद मिल सकेगी।
- इस साझेदारी के बाद आईआईटी मद्रास के संकाय सदस्यों और आईबीएम के शोधार्थियों द्वारा संयुक्त रूप से संचालित क्वांटम कंप्यूटिंग लैब कोर्स में शोधार्थियों को प्रायोगिक सत्र में वास्तविक अनुभव लेने का अवसर मिल सकेगा।
- इस पहल से क्वांटम इनफॉर्मेशन ऐंड कंप्यूटिंग पर मौजूदा पाठ्यक्रमों को भी एक नया आयाम मिलेगा। इस साझेदारी में आईबीएम अध्ययन से संबंधित सामग्री, उपकरण और अन्य तंत्रों से जुड़ी आवश्यकताओं की पूर्ति करेगा।
- पिछले कुछ समय से भारत में क्वांटम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के मोर्चे पर व्यापक स्तर पर गतिविधियां देखने को मिली हैं।
- भारत सरकार इससे जुड़ी कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को आगे बढ़ा रही है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय महती भूमिका निभा रहा है।
आईबीएम और आईआईटी मद्रास सहयोग: महत्वपूर्ण तथ्य
- प्रबंध निदेशक, आईबीएम इंडिया: संदीप पटेल
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास के निदेशक: प्रो. कामकोटि वीझीनाथन