हिताची एस्टेमो ने अपने जलगांव विनिर्माण संयंत्र में 3 मेगावाट (मेगावाट) का भारत का पहला ग्राउंड-माउंटेड सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया। 3 मेगावाट (मेगावाट) सौर ऊर्जा संयंत्र 43301 वर्गमीटर के क्षेत्र में बनाया जाएगा। ग्राउंड-माउंटेड सोलर पावर प्लांट में 7128 ग्राउंड-माउंटेड सोलर पैनल और 10 इनवर्टर शामिल होंगे। हिताची एस्टेमो ऑटोमोटिव और परिवहन घटकों के विकास, निर्माण, बिक्री और सेवा के लिए जाना जाता है। यह सौर ऊर्जा संयंत्र भारत में सतत ऊर्जा के क्षेत्र में अपनी नई यात्रा की शुरुआत करेगा।
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प्रमुख बिंदु:
- हिताची 2050 तक अपने कार्बन उत्सर्जन को कम करने और कार्बन न्यूट्रल बनने के लिए काम कर रही है। इस संयंत्र के साथ, कंपनी हर साल करीब 4000 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को खत्म करने में सक्षम होगी। यह लगभग 1,50,000 पेड़ लगाने के बराबर होगा।
- 3-मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना कंपनी की योजना की शुरुआत है जिसमें वह मार्च 2023 तक अतिरिक्त 1.5-मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र चालू करेगी।
- अपने जलगांव संयंत्र में, कंपनी तीन पहिया और चार पहिया वाहनों के लिए ब्रेक सिस्टम का उत्पादन करती है। इनमें डिस्क ब्रेक और ड्रम ब्रेक का निर्माण शामिल है। इसके साथ ही प्लांट फाउंड्री के काम में भी लगा हुआ है।
- जापानी फर्म हिताची की सहायक कंपनियों में से एक, हिताची एस्टेमो की स्थापना 2021 में हुई थी। कंपनी ऑटोमोबाइल उद्योग में कुशल संशोधन प्रदान करने के लिए लगातार काम कर रही है।