पूर्व केंद्रीय मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (NCBC) के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया है। वह पेशे से एक कृषक हैं, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय का एक बयान पढ़ें। वह संसदीय निर्वाचन क्षेत्र चंद्रपुर, महाराष्ट्र से चार बार संसद सदस्य चुने गए थे और वह महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य भी थे। इसके पहले वर्ष 2014-19 के बीच 68 वर्षीय अहीर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री थे।
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राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के बारे में
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) का गठन शुरू में केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग अधिनियम, 1993 (1993 का 27) दिनांक 24.1993 द्वारा किया गया था। आयोग में पाँच सदस्य होते हैं जिसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा तीन अन्य सदस्य शामिल हैं। इनकी नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एवं उसके मुहरयुक्त आदेश द्वारा होती है। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और अन्य सदस्यों के पद की सेवा शर्तें तथा कार्यकाल का निर्धारण राष्ट्रपति द्वारा किया जाता है।
NCBC सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्गों को संविधान या किसी अन्य कानून के तहत प्रदत्त संरक्षण उपायों के कार्यान्वयन का मूल्यांकन करने हेतु संबंधित सभी मामलों की जाँच एवं निगरानी करता है। NCBC सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्गों के संरक्षण, कल्याण एवं विकास तथा उन्नति के संबंध में ऐसे अन्य कार्यों का भी निर्वहन करता है।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
- राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन: 14 अगस्त 1993;
- राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग मुख्यालय: नई दिल्ली।