इस्माइल हानिया कौन है, जिसकी ईरान में हुई हत्या

ईरान की राजधानी तेहरान में हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या कर दी गई है। बयान में कहा गया है कि जिस इमारत में वे रह रहे थे, उस पर हमला होने से हानिया और उनके एक अंगरक्षक की मौत हो गई। बयान में कहा गया है कि हानिया 30 जुलाई को ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए तेहरान में थे।

आपातकालीन बैठक

हमास नेता की हत्या के मद्देनजर, ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक वर्तमान में सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के निवास पर चल रही है। अमेरिकी मीडिया ने दो ईरानी अधिकारियों के हवाले से बताया कि ऐसी बैठक केवल असाधारण परिस्थितियों में ही होती है। 30 जुलाई को, कतर में निर्वासन से हमास के राजनीतिक संचालन का नेतृत्व करने वाले हानिया ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। उन्होंने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से भी मुलाकात की।

युद्ध विराम वार्ता में वार्ताकार के रूप में

इज़राइल-गाजा युद्ध के दौरान, हानिया ने युद्ध विराम वार्ता में वार्ताकार के रूप में काम किया। हमास ने अप्रैल में दावा किया था कि इज़राइली हवाई हमलों में हानिया के तीन बेटे और चार पोते मारे गए। हमास की सैन्य शाखा का नेतृत्व याह्या सिनवार कर रहे हैं, जिन्हें 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हुए हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है, जिसने गाजा में युद्ध को भड़का दिया।

मारे गए हानिया के बेटे

बता दें कि, अप्रैल 2024 में इजराइली सेना ने हानिया के तीन बेटों को भी मार गिराया था। इजराइल ने गाजा पट्टी पर एयर स्ट्राइक की थी जिसमें हानिया के तीन बेटे मारे गए थे। इजराइली सेना ने तब बताया था कि हानिया के तीन बेटे आमिर, हाजेम और मोहम्मद गाजा में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने जा रहे थे, इस बीच तीनों हवाई हमलों की चपेट में आ गए। हानिया को 6 मई 2017 को हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो का प्रमुख चुना गया था। अमेरिका के विदेश विभाग ने 2018 में हानिया को आतंकवादी घोषित किया था।

हानिया साल 1987 में हमास से जुड़ा

इस्माइल हानिया साल 1987 में हमास से जुड़ा था। हमास में फैसला लेने वाली सबसे बड़ी इकाई शूरा परिषद ने साल 2021 में उसे 4 साल के लिए दोबारा चुना था। संगठन में उसका कद इतना बड़ा था कि उसे चुनौती दजेने वाला कोई भी नहीं था। यही वजह रही कि उसे निर्विरोध चुन लिया गया था। हमास चीफ होने की वजह से हानिया इजराइल का कट्टर दुश्मन था। इससे पहले बेरूत में हवाई हमला कर इजराइल ने हिजबुल्ला के टॉप कमांडर फुआद शुकर को मार गिराया था।

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vikash

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