गुजराती नव वर्ष, जिसे बेस्तु वरस (Bestu Varas) के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू कैलेंडर के कार्तिक महीने की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन गुजराती लोग मंदिरों में देवी-देवताओं की पूजा करते हैं और नए वस्त्र धारण कर अपने रिश्तेदारों और करीबियों को गले लगकर उन्हें नए साल की शुभकामनाएं देते हैं।
Bank Maha Pack includes Live Batches, Test Series, Video Lectures & eBooks
बेस्तु वरस यानी गुजरात नव वर्ष इस साल दो तारीखों 26 और 27 अक्टूबर को पड़ रहा है। बुधवार शाम 6.48 बजे से गुजरात नव वर्ष की शुरुआत हो जाएगी और इसका मुहूर्त गुरुवार शाम 5.12 बजे तक चलेगा।
गुजराती संस्कृति में नया खाता खोलना और पुराने को बंद करना चोपड़ा कहलाता है। चोपड़ा पूजा में देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है ताकि आने वाला वर्ष और अधिक समृद्ध और फलदायी हो। इसके अलावा चोपड़ा पूजा में देवी सरस्वती की भी पूजा की जाती है। इस दिन लोग अपनी बहीखातों पर शुभ और लाभ लिखते हैं ताकि उनका हर कार्य शुभ होता रहे और उन्हें हर काम में लाभ होता रहे। खाते की किताब पर एक स्वास्तिक भी बनाया जाता है। व्यापारियों के लिए यह दिन विशेष रूप से महत्व रखता है क्योंकि यह दिन उनके लिए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के रूप में जाना जाता है और इसलिए वे इस शुभ दिन पर नए खाते खोलते हैं।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]टोक्यो के शिबुया वार्ड में स्थित स्केयरक्रो इनकॉर्पोरेटेड ने अपने पशु सप्लीमेंट, पिनफेनॉन (एस) (आर)…
18वां प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन 8 जनवरी से 10 जनवरी, 2025 तक ओडिशा के…
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पुष्टि की है कि भारतीय स्टेट बैंक (SBI), एचडीएफसी बैंक,…
‘प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया (पीजीटीआई)’ ने अमनदीप जोहल को अपना नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी…
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 13 नवंबर को सिलवासा के ज़ांडा चौक पर स्वामी विवेकानंद विद्या…
RBI ने एक नया ढांचा पेश किया है जिससे विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) को भारतीय…