भारत के माल और सेवा कर (जीएसटी) राजस्व संग्रह ने औद्योगिक गतिविधियों में मंदी के बावजूद 1,00,289 करोड़ रुपये के साथ मई में लगातार तीसरे महीने 1 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है. हालांकि, मई में जीएसटी संग्रह अप्रैल महीने में 1.13 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर से कम था, जो कि 01 जुलाई 2017 को अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था को लागू करने के बाद सर्वाधिक था.
मई 2018 में रिपोर्ट दर्ज किये गये 94,016 करोड़ रुपये के राजस्व पर जीएसटी संग्रह 6.67 प्रतिशत तक बढ़ गया है. वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किये गये डेटा के अनुसार मई 2019 में राजस्व वित्त वर्ष 2018-19 (98,114 करोड़ रुपये) में जीएसटी राजस्व के मासिक औसत से 2.21 प्रतिशत अधिक था.
सोर्स- द इकोनॉमिक टाइम्स