भारतीय कंपनी अदाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) को ‘पॉवर ट्रांसमिशन सेक्टर’ में ‘इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स’ की ओर से ‘गोल्डन पीकॉक एन्वायर्नमेंट मैनेजमेंट अवॉर्ड’ दिया गया है।
मुख्य बिंदु
- इस वर्ष पर्यावरण, स्वस्थ्य और सुरक्षा, ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन विशेषज्ञ वाले एक मूल्यांकन समूह ने 520 से अधिक आवेदनों का मूल्यांकन किया है।
- इन आवेदनों को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और भारत के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तथा भारतीय संविधान सुधार के लिए राष्ट्रीय
- आयोग के पूर्व अध्यक्ष न्यायमूर्ति एम.एन. वेंकटचलैया की अध्यक्षता में एक प्रतिष्ठित जूरी समिति द्वारा समीक्षा की गई थी।
गोल्डन पीकॉक एन्वायर्नमेंट मैनेजमेंट अवॉर्ड के बारे में
- यह पुरस्कार लैंडफिल में जीरो वेस्ट, सिंगल-यूज प्लास्टिक फ्री, वॉटर-पॉजिटिव संचालन, रिन्यूएबल एनर्जी इंटीग्रेशन को बढ़ावा देने और सर्वोत्तम श्रेणी की पर्यावरण प्रबंधन रणनीतियों के कार्यान्वयन जैसे कार्यक्रमों के द्वारा अपने इकोलॉजिकल फुटप्रिंट को कम करने हेतु दिया जाता है।
- एटीएल को अपनी बीटूसी शाखा यानी अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड द्वारा मुंबई क्षेत्र में वितरण के लिए थोक बिजली खरीद में रिन्यूएबल एनर्जी बढ़ाने की अनूठी रणनीतिक पहल के लिए ‘विजेता’ घोषित किया गया था।
- भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड (सेल) को इंस्टिट्यूट ऑफ़ डायरेक्टर्स द्वारा इस्पात क्षेत्र में वर्ष 2021 के लिए प्रतिष्ठित गोल्डन पीकॉक एनवायरमेंट मैनेजमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया है। सेल लगातार तीन वर्षों से इस पुरस्कार का विजेता रहा है।