केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मानव-हाथी टकराव पर एक राष्ट्रीय पोर्टल “सुरक्षा” को लॉन्च किया है। इस पोर्टल का उद्देश्य वास्तविक समय पर जानकारी के संग्रह और सही समय पर मानव-हाथी टकरावों के निपटान का प्रबंधन भी करेगा। साथ ही यह पोर्टल डेटा संग्रह प्रोटोकॉल, डेटा ट्रांसमिशन पाइपलाइन, और डेटा विज़ुअलाइज़ेशन टूल सेट करने में भी मदद करेगा।
राष्ट्रीय पोर्टल को विश्व हाथी दिवस के अंतरराष्ट्रीय वार्षिक कार्यक्रम के दौरान लॉन्च किया गया। हाथी संरक्षण और जंगली तथा पालतू हाथियों के बेहतर संरक्षण और प्रबंधन के लिए जानकारी और सकारात्मक समाधानों को साझा करने के लिए हर साल 12 अगस्त को विश्व हाथी दिवस मनाया जाता है।
हाथी परियोजना के बारे में
- हाथी परियोजना को साल 1992 में पर्यावरण और वन मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था।
- इस परियोजना का उद्देश्य वन्यजीव प्रबंधन को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करना है। इसका उद्देश्य प्राकृतिक निवास स्थानों में हाथी आबादी का दीर्घकालिक अस्तित्व सुनिश्चित करना है।
- यह परियोजना हाथियों के प्रबंधन में अनुसंधान और पशु चिकित्सा देखभाल प्रदान करने और स्थानीय लोगों के बीच संरक्षण का भी समर्थन करती है।
- एशियाई हाथियों को प्रकृति के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ (IUCN) रेड लिस्ट में “लुप्तप्राय” के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। यह मुख्य रूप से है क्योंकि भारत को छोड़कर अधिकांश एशियाई देशों ने निवास और शिकार के नुकसान के कारण हाथियों की आबादी कम होती जा रही है।
- वर्तमान 50,000 से 60,000 एशियाई हाथी हैं। इनमें से 60% भारत में हैं।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- IUCN मुख्यालय: ग्रंथि, स्विट्जरलैंड.
- IUCN CEO: ग्रेटेल एगुइलर.
- IUCN संस्थापक: जूलियन हक्सले.
- IUCN की स्थापना: 5 अक्टूबर 1948.